
काहिरा विश्व के व्यस्ततम समुद्री रास्तों में से एक मिस्र के स्वेज नहर में विशाल कंटेनर शिप एवर गिवेन के फंसने से दुनियाभर के 300 से ज्यादा मालवाहक जहाज और तेल कंटेनर फंस गए हैं। समुद्र में लगे भीषण ट्रैफिक जाम का असर अब साफ दिखाई देने लगा है। टॉइलट पेपर बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी सुजानो एसए ने चेतावनी दी है कि जहाज के फंसने से वैश्विक स्तर पर टॉइलट पेपर का संकट पैदा हो सकता है। सुजानो एसए ने कहा कि टॉइलट पेपर को ले जाने जहाजों और शिपिंग कंटेनर की भारी कमी हो गई है। ब्राजील की इस कंपनी के सीईओ वॉल्टर स्चल्का ने एक साक्षात्कार में कहा कि जहाजों की कमी से कंपनी के सामानों को ले जाने में देरी हो रही है। उन्होंने कहा कि वह कुछ समय से चिंतित हैं क्योंकि हम मार्च में उतना निर्यात नहीं कर सकेंगे जितना कि उम्मीद थी। अब हमें अप्रैल में यह भेजना होगा। 400 मीटर लंबा कंटेनरशिप स्वेज नहर में फंसा यही नहीं कार्गो कंटेनर बनाने वाली कंपनियों ने डिमांड में कमी को देखते हुए अपने उत्पादन को घटा दिया था जिससे इसकी काफी हो गई है। उन्होंने कहा कि स्वेज नहर संकट की वजह से यह संकट काफी गहरा गया है। करीब 400 मीटर लंबा यह कंटेनरशिप स्वेज नहर में फंस गया है। इसकी वजह से समुद्र में भीषण ट्रैफिक जाम लग गया है। इस जहाज को निकालने के लिए बचाव दल दिन-रात प्रयास कर रहा है। इस बीच टॉइलट पेपर की कमी को देखते हुए इसकी जमाखोरी भी शुरू हो गई है। मिस्र के स्वेज नहर प्राधिकरण के मुख्य अधिकारी ओसामा रबिए ने कहा कि जहाज को निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि यह संकट कब खत्म होगा, वह इसे बताने की स्थिति में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि समुद्री लहरें और तेज हवाओं की वजह से जहाज को निकालने में बाधा आ रही है। ओसामा ने बताया कि जहाज के आसपास से रेत को निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं ताकि बिना सामान को उतारे ही इस जहाज को निकाला जा सके।
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