
लंदन धरती पर हिमालय जैसे विशाल पहाड़ कैसे पैदा हुए, यह सदियों से रहस्य बना हुआ है। अब एक ताजा वैज्ञानिक शोध में खुलासा हुआ है कि समुद्र में करीब 2 अरब साल पहले हुए जोरदार विस्फोट से पहाड़ों के निर्माण में मदद मिली। इसमें हिमालय भी शामिल हैं जिसकी चोटी एवरेस्ट दुनिया में सबसे ऊंची है। शोध में कहा गया है कि विस्फोट के बाद बड़ी मात्रा में प्लवक चिकना करने वाली वस्तु में बदल गया, इससे चट्टानें एक-दूसरे के ऊपर चिपकती चली गईं। स्कॉटलैंड के यूनिवर्सिटी ऑफ अबेरदीन के वैज्ञानिकों ने अपने शोध में पाया कि करीब 2.3 अरब साल पहले ऑक्सीजन की मात्रा बहुत ज्यादा बढ़ गई जिससे समुद्र पोषक पदार्थों से भर गया। इससे प्लवक का जन्म हुआ। एक बार जब प्लवक की मौत हो गई तो वे समुद्र की तलहटी में गिर गए और ग्रेफाइट का निर्माण हुआ। इस ग्रेफाइट ने पत्थरों को आपस में जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बड़े पहाड़ों की श्रृंखला 2 अरब साल पहले बननी शुरू हुई इसके बाद करोड़ों सालों में विशालकाय पत्थर की पाटिया एक-दूसरे के ऊपर चिपकती चली गई। इसी से आगे चलकर विशालकाय पहाड़ों का जन्म हुआ। इस रिसर्च को करने वाले प्रफेसर जॉन पारनेल ने कहा कि पहाड़ धरती का आवश्यक हिस्सा है लेकिन बड़े पहाड़ों की श्रृंखला 2 अरब साल पहले बननी शुरू हुई। उन्होंने कहा इस काल के भूगर्भीय साक्ष्य इसके सबूत देते हैं। पहाड़ों का निर्माण सामान्य तौर पर टेक्टानिक प्लेट की टक्कर से जुड़ा हुआ है जिससे पत्थर के विशाल पाटिया बने और वे आकाश की ओर बढ़े। शोधकर्ताओं ने बताया कि प्लवक ने प्राकृतिक ढांचे को बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। महान ऑक्सीकरण की घटना वह समय काल है जब पृथ्वी के वातावरण और उथले समुद्र में ऑक्सीजन की मात्रा में बढ़ोत्तरी हुई। यह घटना 2.3 अरब साल पहले हुई थी। यह शोध नेचर जर्नल में प्रकाशित हुआ है।
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