
मॉस्को रूस एस-500 मिसाइल सिस्टम बनाने के बाद अब एस-550 पर काम कर रहा है। रूसी रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को ऐलान किया कि इस प्रॉजेक्ट पर काम शुरू किया जा चुका है। यह ऐसा मिसाइल सिस्टम होगा, जिसे दुनिया ने आजतक नहीं देखा होगा। बताया जा रहा है कि इस सिस्टम के विकास का कार्य सोवियत संघ के जमाने में शुरू हुआ था, लेकिन अमेरिका से एक समझौते के बाद इसे बंद कर दिया गया था। रूस पहले से ही एस-500 मिसाइल का अंतिम सफल परीक्षण कर चुका है। इस सिस्टम को अगले साल के शुरुआत में रूसी सेना में शामिल कर दिया जाएगा। भारत को ऑफर कर सकते हैं पुतिन रूस के लिए अभी से बाजार खोज रहा है। माना जा रहा है कि इस मिसाइल सिस्टम को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत को ऑफर कर सकते हैं। भारत ने पहले से ही रूस से को खरीदा हुआ है। रूस ने तय समय से इस मिसाइल सिस्टम की डिलीवरी भी शुरू कर दी है। राष्ट्रपति पुतिन के भारत दौरे पर इस मिसाइल सिस्टम को लेकर विस्तृत चर्चा भी की जा सकती है। एस-550 की बिक्री के लिए वरिष्ठ अधिकारी नियुक्त रूस की फेडरल सर्विस फॉर मिलिट्री टेक्निकल कॉर्पोरेशन के डायरेक्टर दिमित्री शुगेव एस-550 मिसाइल सिस्टम की बिक्री की निगरानी करने वाले हैं। उन्हें रोस्टेक स्टेट कॉर्प के प्रमुख सर्गेई चेमेजोव का उत्तराधिकारी भी माना जाता है। यह कॉर्पोरेशन रूस के सभी सरकारी हथियार कंपनियों के प्रॉडक्शन की निगरानी करता है। रूसी रक्षा मंत्री ने नए सिस्टम के निर्माण की पुष्टि की रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने कहा कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही में सैन्य शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक में इस मिसाइल सिस्टम को विकसित करने का आदेश दिया था। शोइगु ने रक्षा मंत्रालय में एक कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि राज्य के प्रमुख (राष्ट्रपति पुतिन) ने घरेलू एयर एंड मिसाइल डिफेंस सिस्टम्स के विकास को आगे बढ़ाने और सशस्त्र बलों को S-350, S-500 और S-550 की आपूर्ति के महत्व पर विशेष जोर दिया। सोवियत संघ के दौरान शुरू हुआ था निर्माण रूसी रक्षा मंत्री के इस संबोधन के दौरान उनके ठीक पीछे एस-500 मिसाइल सिस्टम की तस्वीर लगी हुई थी। हालांकि, उन्होंने इस बातचीत के दौरान एस-550 मिसाइल सिस्टम के बारे में कोई डिटेल साझा नहीं की। रूस की सरकारी TASS समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, सोवियत संघ 1981-1988 में S-550 हाई-मोबिलिटी टर्मिनल एयर डिफेंस सिस्टम को विकसित कर रहा था। लेकिन, सोवियत संघ-अमेरिका हथियार नियंत्रण समझौते के कारण ऐसे कई प्रॉजेक्ट को बंद कर दिया गया था। एस-500 सिस्टम का सफल टेस्ट कर चुका है रूस रूस का यह ऐलान एस-500 मिसाइल सिस्टम के लाइव फायर टेस्ट के कुछ महीने बाद आया है। जुलाई में रूस ने एस-500 मिसाइल सिस्टम का सफल परीक्षण किया था। इसे एस-400 मिसाइल सिस्टम का अपग्रेडेड वर्जन बताया गया था। रूस ने दावा किया था कि एस-500 दुनिया की सबसे लंबी दूरी तक सतह से हवा में मार करने वाला सिस्टम है।
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