वेलिंगटन अपनी तरह की एक दुर्लभ घटना में अंटारकटिका की बर्फ पर रहने वाली पेंग्विन दुर्घटनावश 3 हजार किमी का सफर करके न्यूजीलैंड पहुंच गई। इस पेंग्विन ने समुद्र के बर्फीले पानी में यह सफर किया। इस पेंग्विन को न्यूजीलैंड के दक्षिणी पूर्वी तट पर पाया गया है। अब तक के इतिहास में ऐसा तीसरी बार हुआ है जब पेंग्विन अपने घर अंटारकटिका से तैरकर न्यूजीलैंड पहुंची है। स्थानीय लोग इन पेंग्विन को 'पिंगू' बुलाते हैं। न्यूजीलैंड के साउथ आइलैंड में एक छोटी सी बस्ती है जिसे बर्डलिंग फ्लैट के नाम से जाना जाता है। यहीं पर इस Adélie पेंग्विन को पाया गया है। इस पेंग्विन के आने से जहां वैज्ञानिक हैरत में हैं, वहीं उन्हें एक चिंता भी खाए जा रही है। उनका कहना है कि समुद्र का पानी गरम हो रहा है जिससे पेंग्विन को अब खाने के संकट से जूझना पड़ रहा है। यही नहीं उनके रहने के स्थान में भी बदलाव आ रहा है। तीसरी बार न्यूजीलैंड पहुंची पेंग्विन स्थानीय निवासी हैरी सिंह को बुधवार शाम को यह पेग्विंन समुद्री तट पर मिली थी। हैरी सिंह तट पर घूमने निकले थे और उन्हें यह पेंग्विन दिखी। पहली नजर में उन्हें यह कोई खिलौना लगा लेकिन बाद में अहसास हुआ कि यह पेंग्विन है जो लंबे सफर के बाद यहां पर पहुंची है। इससे पहले दिसंबर 1962 और जनवरी 1993 को पेंग्विन अंटारकटिका से न्यूजीलैंड पहुंची थी। हैरी सिंह ने तत्काल इस पेग्विंन की तस्वीरों को सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया और बताया कि पेंग्विन पानी में वापस नहीं जा रही है। हैरी सिंह ने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि मैं और मेरी पत्नी करीब 4 घंटे तक समुद्री तट पर रहे ताकि पेंग्विन की निगरानी की जा सके। उन्होंने बताया कि यह पेंग्विन 'लगातार पत्थर खा रही थी।' हैरी सिंह ने बताया कि हम नहीं चाहते थे कि यह पेंग्विन किसी कुत्ते या अन्य जीव का शिकार बन जाए। पेंग्विन के खून की जांच कर रहे हैं विशेषज्ञ इसके बाद हैरी सिंह ने विशेष प्रशिक्षण हासिल करने वाले बचावकर्मियों की तलाश की और फिर उन्हें टॉमस स्टार्क मिले। वह पेंग्विन की लंबे समय से देखरेख करते रहे हैं। बाद में स्टार्क पेंग्विन को अपने साथ ले गए और उसके खून की जांच कर रहे हैं। स्टार्क ने बताया कि उन्हें कभी उम्मीद नहीं थी कि यह पेंग्विन Adélie हो सकती है। हैरी सिंह ने जब उन्हें फोन किया तो उनके हैरत का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने बताया कि यह पेंग्विन एक या दो साल की है।
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