Thursday 28 January 2021

https://ift.tt/36CAGd7

लंदन चीन के खिलाफ अब ब्रिटेन भी आरपार की लड़ाई के मूड में है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि ब्रिटेन जल्द ही एशियाई नाटो के रूप में प्रसिद्ध में शामिल हो सकता है। क्वाड के सदस्य देशों में अभी भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं। दिसंबर में ही ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने इंडो प्रशांत क्षेत्र में ब्रिटेन की बढ़ती रूचि को बता दिया था। इतना ही नहीं, उन्होंने तो चीन के करीब साउथ चाइना सी में ब्रिटिश नेवी का सबसे शक्तिशाली एयरक्राफ्ट कैरियर एचएमएक क्वीन एलिजाबेथ अपने बैटल ग्रुप के साथ तैनाती का ऐलान भी किया था। ब्रिटेन को ठोस प्रस्ताव का इंतजार! द टेलीग्राफ के अनुसार, क्वॉड गठबंधन में शामिल होने के लिए अभी तक ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन को कोई ठोस प्रस्ताव नहीं दिया गया है। डोमेनिक रॉब की भारत यात्रा के बाद ऐसी रिपोर्ट आई थी कि ब्रिटेन भी जल्द ही क्वॉड का सदस्य बन सकता है। दरअसल, क्वाड में वो सभी देश शामिल हैं जिनका चीन के साथ विवाद है। ब्रिटेन भी हॉन्ग कॉन्ग और साउथ चाइना सी को लेकर पेइचिंग से भिड़ा हुआ है। इस कारण चीन से चिढ़ा हुआ है ब्रिटेन विशेषज्ञों का मानना है कि चीन के साथ हॉन्ग कॉन्ग मुद्दे पर बढ़ती तल्खी के बाद ब्रिटेन ने अपनी आर्मी को तैनात करने का फैसला किया है। ब्रिटेन पहले ही चीनी कंपनी हुआबे के 5जी कांट्रेक्ट को रद्द कर चुका है। चीन लंदन स्थित एचएसबीसी बैंक के जरि ब्रिटेन पर अपनी परियोजनाओं के लिए दबाव बनाने की कोशिश कर रहा था। चीन ने कहा था कि अगर ब्रिटेन हुवेई को उसका 5जी नेटवर्क बनाने की अनुमति नहीं देगा तो वह भी ब्रिटेन में परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के निर्माण का अपना वादा तोड़ देगा। इसलिए एशिया में तैनाती की योजना बना रहा ब्रिटेन ब्रिटिश अखबार, द टाइम्स ने जुलाई में बताया कि ब्रिटिश सेना ने सुदूर पूर्व में क्वीन एलिजाबेथ को आधार बनाने की योजना तैयार की थी। इस एयरक्राफ्ट कैरियर की सहायता से आर्मी दूसरे देशों में अपने मिशन को अंजाम देने की योजना पर भी काम कर रही है। यह एयरक्राफ्ट अपने मिशन के दौरान संयुक्त राज्य अमेरिका और जापानी सेना के साथ संयुक्त अभ्यास में भाग ले सकता है। क्या है क्‍वॉड जानिए द क्वॉड्रिलैटरल सिक्‍यॉरिटी डायलॉग (क्‍वॉड) की शुरुआत वर्ष 2007 में हुई थी। हालांकि इसकी शुरुआत वर्ष 2004-2005 हो गई जब भारत ने दक्षिण पूर्व एशिया के कई देशों में आई सुनामी के बाद मदद का हाथ बढ़ाया था। क्‍वाड में चार देश अमेरिका, जापान, ऑस्‍ट्रेलिया और भारत शामिल हैं। मार्च में कोरोना वायरस को लेकर भी क्वॉड की मीटिंग हुई थी। इसमें पहली बार न्यूजीलैंड, द. कोरिया और वियतनाम भी शामिल हुए थे। चीन कर रहा है विरोध इस समूह के गठन के बाद से ही चीन चिढ़ा हुआ है और लगातार इसका विरोध कर रहा है। लद्दाख में चल रहे सैन्‍य तनाव के बीच चीन का सरकारी अखबार ग्‍लोबल टाइम्‍स भारत को लगातार धमकी दे रहा है। साथ ही नसीहत दे रहा है कि भारत क्‍वॉड से दूर रहे और गुटन‍िरपेक्षता की अपनी नीति का पालन करे।


from World News in Hindi, दुनिया न्यूज़, International News Headlines in Hindi, दुनिया समाचार, दुनिया खबरें, विश्व समाचार | Navbharat Times https://ift.tt/39opKkE
via IFTTT

No comments:

Post a Comment

https://ift.tt/36CAGd7

रियाद सऊदी अरब के नेतृत्‍व में गठबंधन सेना ने यमन की राजधानी सना में हूती विद्रोहियों के एक शिविर को हवाई हमला करके तबाह कर दिया है। सऊदी...