Thursday 28 January 2021

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हजारों साल से धधक रहा माउंट एटना का ज्वालामुखी एक बार फिर फट पड़ा है। इसकी आग ने आसमान ने को लाल कर दिया है और दूर-दूर तक लावा बह निकला है वहां राख हर जगह फैल गई है। इटली की अथॉरिटी को राख को लेकर अडवाइजरी जारी करनी पड़ी है। घटना की तस्वीरों और वीडियो में इस ज्वालामुखी से निकलता धुआं इसकी गंभीरता दिखाता है। अभी तक इसकी वजह से किसी को खतरे की आशंका नहीं है।

Mount Etna Volcano: इटली के माउंट एटना में भूकंप के बाद ज्वालामुखी फट गया और लावा बह निकला। इसमें होने वाले विस्फोट को सोशल मीडिया पर लोगों ने आतिशबाजी सरीखा करार दे डाला।


Watch: हजारों साल से धधक रहे ज्वालामुखी Mount Etna में भूंकप-लगातार विस्फोट, 'आतिशबाजी' से बहता जा रहा लावा

हजारों साल से धधक रहा माउंट एटना का ज्वालामुखी एक बार फिर फट पड़ा है। इसकी आग ने आसमान ने को लाल कर दिया है और दूर-दूर तक लावा बह निकला है वहां राख हर जगह फैल गई है। इटली की अथॉरिटी को राख को लेकर अडवाइजरी जारी करनी पड़ी है। घटना की तस्वीरों और वीडियो में इस ज्वालामुखी से निकलता धुआं इसकी गंभीरता दिखाता है। अभी तक इसकी वजह से किसी को खतरे की आशंका नहीं है।



डरावना और आकर्षक!
डरावना और आकर्षक!

कुछ दिन पहले रॉयटर्स ने एक वीडियो शेयर किया था जिसमें माउंट एटना पर फटे ज्वालामुखी से निकलती आग रात के वक्त में विनाशकारी सी दिखाई दे रही थी। रात की शांति में इसकी गड़गड़ाहट बेहद डरावनी मालूम पड़ रही थी। एक के बाद एक कई भूकंप आने से एटना में लगातार विस्फोट होते रहे। इसका एक क्रेटर पूरी तरह टूट चुका है दो हिस्सों में फट गया है। राहत की बात यह है कि लावा ऐसी जगह बह रहा है जहां आबादी नहीं है। इसकी वजह से किसी को कोई खतरा नहीं है।



'आतिशबाजी' उगलता ज्वालामुखी
'आतिशबाजी' उगलता ज्वालामुखी

माउंट एटना सिसिली के तट पर स्थित एक सक्रिय ज्वालामुखी है। सबसे पहले यह 6000 ईसा पूर्व में फटा था। यह हजारों साल से धधकता चला आ रहा है और यूरोप का सबसे सक्रिय ज्वालामुखी बन चुका है। यहां तक कि यह आज पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन चुका है। इससे निकलता सुर्ख लाल लावा रात के अंधेरे में देखने में बेहद आकर्षक लगता है जिसके लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। यहां तक कि सोशल मीडिया पर शेयर की जा रहीं ताजा तस्वीरों को भी 'आतिशबाजी' बताया जा रहा है।



दो हिस्सों में फटा
दो हिस्सों में फटा

ज्वालामुखी के फटने के बाद जमा होने वाले मलबे से माउंट एटना की ऊंचाई बढ़ती जाती है और क्रेटर के रिम के धंसने से यह कम हो जाती है। कहा जाता है कि इसकी ऊंचाई 170 फीट कम हो चुकी है। हाल के दशकों में यह पहले के मुकाबले ज्यादा सक्रिय रहा है। खास बात यह है कि धीरे-धीरे इसका लावा बहता रहता है। साल 1971 में इसके फटने से कई गांवों पर खतरा पैदा हो गया था। कई ऑर्चर्ड और विनयार्ड राख में तब्दील हो गए थे और राख और गर्मी ने फसलों को जला दिया था।



बहता जा रहा लावा
बहता जा रहा लावा

इटली में ज्वालामुखी यूरेशियन और अफ्रीकन टेक्टॉनिक प्लेटों के कारण बनते हैं। दोनों दक्षिण की ओर कम दूरी पर मिलती हैं जिससे इटली के ज्वालामुखी काफी सक्रिय हैं। खास बात यह है कि यूरोप के सक्रिय ज्वालामुखी इटली में ही पाए जाते हैं। एक प्लेट के दूसरी के नीचे दबने और गलने के कारण ये पैदा होते हैं। एटना के अलावा वेसूवियस और स्ट्रॉमबली भी काफी मशहूर हैं।





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