Sunday 31 January 2021

https://ift.tt/36CAGd7

ओस्लो साल 2021 के के लिए नामांकन का दौर खत्म हो चुका है। इस बार जिन लोगों के बीच पुरस्कार के लिए जंग देखने को मिलेगी उसमें अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, रूस में विपक्षी नेता एलेक्सी नवेलनी, जलवायु परिवर्तन एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग और विश्व स्वास्थ्य संगठन शामिल हैं। ट्रंप को छोड़कर बाकी के तीनों उम्मीदवारों को नार्वे के सांसदों ने नामांकित किया है। बता दें कि नोबेल शांति पुरस्कार के लिए विजेता चुनने का ट्रैक रिकॉर्ड नार्वे के इन सांसदों के नाम ही है। विजेता चुनने का ट्रैक रिकॉर्ड नार्वे के नाम इन उम्मीदवारों के अलावा दुनियाभर के हजारों लोगों ने नोबेल शांति पुरस्कार के लिए अप्लाई किया हुआ है। इसमें कई देशों के सांसदों के अलावा पूर्व नोबेल विजेता भी शामिल हैं। रविवार को यानी आज नोबेल शांति पुरस्कारों के लिए नामांकन बंद हो गया है। पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट ओस्लो के निदेशक हेनरिक उराल्ड ने कहा कि नार्वे के सांसदों ने 2014 के बाद से हर साल जिसे शांति पुरस्कारों के लिए नामित किया है, उसी में से किसी एक के नाम यह खिताब दर्ज हुआ है। हाल के वर्षों से पैटर्न काफी आश्चर्यजनक है। नॉमिनेशन का खुलासा नहीं करती है नोबेल कमेटी नॉर्वेजियन नोबेल कमेटी के निणर्य पर यह निर्भर करेगा कि यह पुरस्कार किसे दिया जाएगा। यह कमेटी नॉमिनेशन पर कभी भी कोई टिप्पणी नहीं करती है। नोबेल कमेटी 50 साल तक नामांकित और असफल उम्मीदवारों के नाम को गुप्त भी रखती है। हालांकि, अगर नामांकित व्यक्ति अपने नाम का खुलासा करना चाहे तो उसे सार्वजनिक किया जा सकता है। कौन हैं ग्रेटा थनबर्ग ग्रेटा थनबर्ग को जलवायु संकट के खिलाफ लड़ाई में सबसे अग्रणी वक्ता के रूप में जाना जाता है। उन्होंने कई बार अपने भाषणों से लोगों को दिल जीता है। इसके अलावा डोनाल्ड ट्रंप के साथ उनकी ट्विटर वॉर की भी खूब चर्चा हुई थी। दिसंबर 2020 में स्वीडन की इस 16 साल की पर्यावरण ऐक्टिविस्ट को प्रतिष्ठित टाइम मैगजीन ने 2019 का 'पर्सन ऑफ द ईयर' चुना गया था। पुतिन के विरोधी हैं एलेक्सी नवेलनी ऐलेक्सी नवेलनी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के घोर विरोधी हैं। कुछ महीने पहले उन्होंने आरोप लगाता था कि रूसी खुफिया एजेंसी ने उन्हें जहर देकर मारने की कोशिश की। जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए जर्मनी जाना पड़ा। कुछ दिनों पहले ही रूस वापस लौटने पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया, जिसके बाद पुतिन के खिलाफ जबरदस्त विरोध प्रदर्शन जारी है।


from World News in Hindi, दुनिया न्यूज़, International News Headlines in Hindi, दुनिया समाचार, दुनिया खबरें, विश्व समाचार | Navbharat Times https://ift.tt/2MnaXxV
via IFTTT

No comments:

Post a Comment

https://ift.tt/36CAGd7

रियाद सऊदी अरब के नेतृत्‍व में गठबंधन सेना ने यमन की राजधानी सना में हूती विद्रोहियों के एक शिविर को हवाई हमला करके तबाह कर दिया है। सऊदी...