Tuesday 30 March 2021

https://ift.tt/36CAGd7

दुनियाभर के लिए संकट का सबब बना महाविशालकाय मालवाहक जहाज एवर गिवेन 6 दिन की कड़ी मेहनत के बाद अब पूरी तरह से निकल चुका है और अपने सफर पर रवाना हो गया है। एशिया और यूरोप के बीच माल लेकर जाने वाला, पनामा के ध्वज वाला एवर गिवेन (Ever Given) नामक मालवाहक जहाज मंगलवार को स्‍वेज नहर में फंस गया था। इससे स्‍वेज नहर के दोनों तरफ समुद्र में जाम लग गया था और 350 से ज्‍यादा मालवाहक जहाज फंस गए थे। इस कंटेनर शिप को चला रहे चालक दल के सभी 25 सदस्‍य भारतीय हैं। एवर गिवेन को निकालने के लिए रात-दिन चली इस कार्रवाई में दो चीजों का सबसे महत्‍वपूर्ण हाथ था। पहला सुपरमून और दूसरा दैत्‍याकार जहाज Mashhour। आइए जानते हैं कैसे निकला एवर गिवेन जहाज...

Suez Canal Blockage Cleared: करीब 6 दिनों तक रात-दिन चली मेहनत के बाद स्‍वेज नहर से मालवाहक जहाज एवर गिवेन निकल गया है। एक समय में बचाव दल इस विशाल मालवाहक जहाज के निकलने की उम्‍मीद खो चुका था लेकिन सुपरमून और दैत्‍याकार जहाज ने खेल को पलट दिया।


Suez Unblocked: सुपरमून, दैत्याकार जहाज...स्‍वेज नहर से यूं निकला विशालकाय जहाज, लदे थे सेक्‍स टॉय

दुनियाभर के लिए संकट का सबब बना महाविशालकाय मालवाहक जहाज एवर गिवेन 6 दिन की कड़ी मेहनत के बाद अब पूरी तरह से निकल चुका है और अपने सफर पर रवाना हो गया है। एशिया और यूरोप के बीच माल लेकर जाने वाला, पनामा के ध्वज वाला एवर गिवेन (Ever Given) नामक मालवाहक जहाज मंगलवार को स्‍वेज नहर में फंस गया था। इससे स्‍वेज नहर के दोनों तरफ समुद्र में जाम लग गया था और 350 से ज्‍यादा मालवाहक जहाज फंस गए थे। इस कंटेनर शिप को चला रहे चालक दल के सभी 25 सदस्‍य भारतीय हैं। एवर गिवेन को निकालने के लिए रात-दिन चली इस कार्रवाई में दो चीजों का सबसे महत्‍वपूर्ण हाथ था। पहला सुपरमून और दूसरा दैत्‍याकार जहाज Mashhour। आइए जानते हैं कैसे निकला एवर गिवेन जहाज...



​सुपरमून से समु्द्र में आया ज्‍वार, एवर गिवेन को मिला रास्‍ता
​सुपरमून से समु्द्र में आया ज्‍वार, एवर गिवेन को मिला रास्‍ता

स्‍वेज नहर में फंसे जहाज को निकालने के लिए बचाव दल दिन-रात मेहनत कर रहा था लेकिन एवर गिवेन के जल्‍द निकलने की कोई उम्‍मीद नहीं दिखाई दे रही थी। करीब 400 मीटर लंबे और 59 मीटर चौड़े इस विशालकाय जहाज ने स्‍वेज नहर के दोनों तरफ के रास्‍तों को ब्‍लॉक कर दिया था। 193.3 किलोमीटर लंबी स्वेज नहर भूमध्य सागर को लाल सागर से जोड़ती है। इसी रास्‍ते से दुनिया के करीब 30 फीसदी शिपिंग कंटेनर गुजरते हैं। पूरी दुनिया के 12 फीसदी सामानों की ढुलाई भी इसी नहर के जरिए होती है। इस महासंकट के बीच सुपरमून बचाव दल के लिए वरदान साबित हुआ और इसकी वजह से समुद्र में ज्‍वार आ गया। ज्‍वार की वजह से समुद्र में पानी बढ़ने से एवर‍ गिवेन जहाज को रास्‍ता मिल गया और वह फिर से पानी में तैरने लगा। एवर गिवेन के निकलने से दुनिया ने चैन की सांस ली है। जहाज के फंसने से दुनिया में कई सामानों के किल्‍लत होने का खतरा पैदा हो गया था। यही नहीं समुद्र में फंसे जहाजों में कई जिंदा जानवर भी लदे हुए थे जिससे उनके मरने का खतरा पैदा हो गया था।



​दैत्‍याकार जहाज ने स्‍वेज से निकाली लाखों क्‍यूबिक मीटर बालू
​दैत्‍याकार जहाज ने स्‍वेज से निकाली लाखों क्‍यूबिक मीटर बालू

एवर गिवेन के निकलने में सुपरमून के साथ-साथ दैत्‍याकार जहाज Mashhour का भी बहुत बड़ा योगदान रहा। इस जहाज ने प्रतिघंटे 70 हजार क्‍यूबिक मीटर की दर से बालू को स्‍वेज नहर से हटाया। इस जहाज को गुरुवार को काम पर लगाया गया था। स्‍वेज नहर प्राधिकरण के चीफ ओसामा रबिए ने कहा कि इस दैत्‍याकार Mashhour जहाज ने एवर गिवेन के नीचे से बालू निकालने का ज्‍यादातर काम किया। उन्‍होंने कहा कि यह काम कर गया और इसके बाद जहाजों को खींचने वाले टगबोट को एवर गिवेन को खींचने का मौका मिल गया। इसके अलावा कई छोटे-छोटे जहाजों की मदद से एवर गिवेन के तलछट से रेत और कीचड़ को निकाला गया। कुल 27 हजार क्‍यूबिक मीटर बालू और कीचड़ को फंसे हुए जहाज के आसपास से हटाया गया। इस शानदार सफलता के बाद अब Mashhour अब मशहूर हो गया है। एवर गिवेन के निकलने के बाद Mashhour के चालक दल ने जश्‍न मनाया और कहा कि हम नंबर वन हैं।



​मालवाहक जहाज पर लदे थे 20 कंटेनर सेक्‍स टॉय
​मालवाहक जहाज पर लदे थे 20 कंटेनर सेक्‍स टॉय

एवर गिवेन जहाज को ऐसे समय पर निकाला गया जब वर्कर इसके सामानों को उतारने की तैयारी कर रहे थे ताकि उसके वजन को हल्‍का किया जा सके। इस जहाज पर कुल 18300 कंटेनर लदे हुए थे। इनमें 20 कंटेनर तो केवल सेक्‍स टॉय भरे हुए थे। इन सेक्‍स टॉय को क्रिसमस और वेलेंटाइन डे के लिए बेचा गया था। सेक्‍स टॉय को बनाने वाली कंपनी ईडीसी रिटेल ने कहा कि उन्‍हें करोड़ों रुपये का नुकसान होता अगर इनको अफ्रीका का चक्‍कर लगाकर भेजा जाता। इससे 5 से 7 दिन ज्‍यादा भी लगते। उन्‍होंने कहा कि ज्‍यादा पैसा लगने के बाद भी खतरा था क्‍योंकि सर्दियों में दक्षिण अफ्रीका के आसपास समुद्र में बहुत ज्‍यादा हलचल होती है। यही नहीं इन इलाकों में समुद्र डाकू भी बहुत ज्‍यादा सक्रिय हैं। इस बीच एवर गिवेन के निकलने से सोमवार शाम से स्‍वेज नहर फिर से खुल गई है।



​एवर गिवेन के फंसने से हर द‍िन हो रहा था इतना नुकसान
​एवर गिवेन के फंसने से हर द‍िन हो रहा था इतना नुकसान

इस व्‍यस्‍ततम समुद्री मार्ग पर एवर गिवेन के फंसने से हर दिन 9.6 अरब डॉलर का नुकसान हो रहा था। हर साल इस रास्‍ते से 19 हजार जहाज गुजरते हैं। यही नहीं करोड़ों बैरल कच्‍चा तेल और एलएनजी भी इसी रास्‍ते से ढोया जाता है। चीन में बने फर्निचर, कपडे़, सुपरमार्केट के सामान स्‍वेज नहर के रास्‍ते ही यूरोप तक जाते हैं। अगर यह नहर बंद हो जाय तो उन्‍हें 5000 किमी का चक्‍कर लगाकर अफ्रीका के रास्‍ते से यूरोप जाना होगा। इस जाम की वजह से खाड़ी देशों से तेल का निर्यात रुक गया था जिससे तेल और अन्‍य सामानों के दाम बढ़ने लगे थे। कंटेनर शिप एवर गिवेन चीन से माल लादने के बाद नीदरलैंड के पोर्ट रॉटरडैम के लिए जा रहा था। इस दौरान उसने हिंद महासागर से यूरोप में जाने के लिए स्वेज नहर का रास्ता अपनाया। जो मंगलवार की सुबह स्थानीय समयानुसार लगभग 07:40 पर स्वेज पोर्ट के उत्तर में फंस गया। इस जहाज को 2018 में बनाया गया था, जिसे ताइवानी ट्रांसपोर्ट कंपनी एवरग्रीन मरीन संचालित करती है।





from World News in Hindi, दुनिया न्यूज़, International News Headlines in Hindi, दुनिया समाचार, दुनिया खबरें, विश्व समाचार | Navbharat Times https://ift.tt/31sKhQa
via IFTTT

No comments:

Post a Comment

https://ift.tt/36CAGd7

रियाद सऊदी अरब के नेतृत्‍व में गठबंधन सेना ने यमन की राजधानी सना में हूती विद्रोहियों के एक शिविर को हवाई हमला करके तबाह कर दिया है। सऊदी...