Tuesday, 27 April 2021

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पेइचिंग दुनिया में कोरोना संक्रमण फैलाने के बाद चीन अब अपनी नौसैना को ताकतवर बनाने में जुट गया है। शुक्रवार को के 72वें स्थापना दिवस पर राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने तीन नए युद्धपोतों को कमीशन किया। इनमें से पहली टाइप 09IV परमाणु शक्ति से चलने वाली बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बी है, जबकि दूसरा टाइप 055 गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर और तीसरा टाइप 075 एम्फीबियस अटैक शिप है। कमीशन सेरेमनी में शामिल हुए शी जिनपिंग चीन के सरकारी मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने दावा किया है कि इन तीन जहाजों के संयुक्त विस्थापन कई देशों की संपूर्ण नौसेनाओं के कुल विस्थापन से बड़ा है। कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना सेंट्रल कमेटी के महासचिव और केंद्रीय सैन्य आयोग के अध्यक्ष राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पीएलए नेवी के युद्धपोतों के कमीशन सेरेमनी में हिस्सा लिया। यह समारोह साउथ चाइना के हेनान प्रांत में स्थित सान्या नेवल बेस पर आयोजित किया गया। दुश्मन देश के अंदर कर सकते हैं अटैक इसमें एम्फीबियस अटैक शिप 1200 सैनिकों और दर्जनभर हेलिकॉप्टरों के साथ दुश्मन के समुद्री किनारों पर हमला करने में सक्षम है। वहीं परमाणु पनडुब्बी अपने साथ 36 बैलिस्टिक मिसाइलों को लेकर कई महीने समुद्र के नीचे छिपी रह सकती है। वहीं, गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर में भी कई घातक मिसाइलें लगी हुई हैं जो जमीन और आसमान में कहर बरपा सकती हैं। खतरनाक है टाइप 055 गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर चीन की सरकारी मीडिया टाइप 055 गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर को दुनिया का सबसे खतरनाक युद्धपोत के रूप में ब्रांडिंग कर रही है। इस युद्धपोत की लंबाई 180 मीटर और अधिकतम चौड़ाई 20 मीटर की है। इस युद्धपोत का फुल लोड डिस्प्लेसमेंट करीब 13,000 टन है। इस युद्धपोत के समान अमेरिकी नौसेना के टिकोडरोगा क्लास क्रूजर और फ्लाइट III आर्ले बर्क क्लास के डिस्ट्रॉयर्स का डिस्प्लेसमेंट करीब 9,800 टन है, जबकि ब्रिटेन की रॉयल नेवी में शामिल टाइप 45 क्लास के युद्धपोत का डिस्प्लेसमेंट करीब 8,500 टन है। इन हथियारों से लैस है टाइप 055 युद्धपोत इस युद्धपोत में 130 मिलीमीटर की H/PJ-38 मेन गन लगी हुई है। इसके अलावा इसमें 112 की संख्या में वर्टिकल लॉन्च की जा सकने वाली मिसाइलें तैनात हैं। इन दोनों हथियारों के अलावा इस जहाज पर H/PJ-11 क्लोज इन वेपन सिस्टम भी तैनात है, जो 10,000 राउंड प्रति मिनट की दर से फायरिंग कर सकता है। इसके अलावा इस युद्धपोत पर कम दूरी तक मार करने वाली HQ-10 मिसाइले और टारपीडो भी तैनात हैं। इसमें पनडुब्बियों को खत्म करने वाली डिकॉय लॉन्चर्स लगे हुए हैं। साल 2025 तक चीनी नौसेना में होंगे 400 बैटल शिप यूएस ऑफिस ऑफ नेवल इंटेलिजेंस (ONI) के अनुसार, 2015 में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी नेवी (PLAN) के बेड़े में 255 बैटल फोर्स शिप थे। साल 2020 के आते-आते चीनी नौसेना के पास कुल बैटल फोर्स शिप की तादाद बढ़कर 360 तक पहुंच गई, जो अमेरिकी नौसेना की कुल शिप से 60 ज्यादा है। ओएनआई ने भविष्यवाणी की है कि आज से चार साल बाद यानी 2025 तक चीन के पास कुल 400 बैटल फोर्स शिप होंगी। अब भी कई युद्धपोतों का निर्माण कर रहा है चीन दुनिया की सबसे बड़ी नौसेना बनाने के बाद भी चीन की भूख शांत नहीं हुई है। वह वर्तमान में भी आधुनिक युद्धपोत, पनडुब्बियां, एयरक्राफ्ट कैरियर, लड़ाकू विमान, एम्फिबियस असाल्ट शिप, बैलिस्टिक न्यूक्लियर अटैक सबमरीन, कोस्ट गार्ड के लिए कई आधुनिक पेट्रोल वेसल और पोलर आइसब्रेकर शिप का निर्माण खतरनाक गति से कर रहा है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में चीनी नौसेना की ताकत और ज्यादा बढ़ने वाली है, जिससे इसकी मौजूदगी दुनिया के हर कोने में होगी।


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