Saturday, 29 May 2021

https://ift.tt/36CAGd7

लंदन रहस्यमय स्पेस ऑब्जेक्ट को एलियन स्पेसक्राफ्ट बताने वाले हारवर्ड यूनवर्सिटी के प्रफेसर अवी लोएब ने एक नया दावा किया है। उनका कहना है कि धरती का अंत किसी एलियन सभ्यता के साइंस एक्सपेरिमेंट की गलती से हो सकता है। साइंटिफिक अमेरिकन में लिखे आर्टिकल में लिखा है कि एक विशाल पार्टिकल एक्सेलरेटर ऐसा डार्क एनर्जी विस्फोट पैदा कर सकता है जो रोशनी की गति में पूरी गैलेक्सी को जला सकता सकता है। उनके मुताबिक इससे बचने के लिए 'इंटरस्टेलर डिप्लोमेसी' जल्द से जल्द करनी होगी। अभी दुनियाभर की स्पेस एजेंसियां दूसरी दुनिया में जीवन खोजने में ही लगी हैं। आज तक जीवन का कोई सबूत हाथ नहीं लगा है। ऐसे में सुपर-अडवांस्ड सभ्यता का होना भी एक कल्पना है और कूटनीति करना और भी दूर की बात है। बचने का मौका नहीं लोएब ने लिखा है, 'इस तरह की आपदा से बचने के लिए न्यूक्लियर टेस्ट बैन थिअरी की तरह समझौता बनाना होगा।' लोएब का कहना है कि अगर ऐसी कोई संभावना होगी तो डार्क एनर्जी का एक 'बबल' बन जाएगा जो फैलता जाएगा और अपने रास्ते में आने वाली हर चीज को तबाह कर देगा। लोएब का कहना है कि इस तरह की घटना के बारे में पहले से चेतावनी मिलना भी मुश्किल होगा क्योंकि रोशनी की गति से तेज कोई सिग्नल आ नहीं सकेगा। पहले भी चर्चित रहे इससे पहले लोएब तब चर्चा में थे जब उन्होंने दावा किया था कि 19 अक्टूबर, 2017 को देखी गई स्पेस रॉक Oumuamua दरअसल एलियन लाइफ का सबूत थी। यूनिवर्सिटी ऑफ हवाई के PAN-STARRS1 टेलिस्कोप ने इसे देखा था। सिगार के आकार का ये ऑब्जेक्ट 1.96 लाख मील प्रतिघंटा की रफ्तार से धरती के करीब से गुजरा था और इसे धूमकेतु या ऐस्टरॉइड माना गया था। हालांकि, ऐवी का कहना है कि यह कोई आम स्पेस रॉक नहीं थी।


from World News in Hindi, दुनिया न्यूज़, International News Headlines in Hindi, दुनिया समाचार, दुनिया खबरें, विश्व समाचार | Navbharat Times https://ift.tt/3vyh83j
via IFTTT

No comments:

Post a Comment

https://ift.tt/36CAGd7

रियाद सऊदी अरब के नेतृत्‍व में गठबंधन सेना ने यमन की राजधानी सना में हूती विद्रोहियों के एक शिविर को हवाई हमला करके तबाह कर दिया है। सऊदी...