
कैनबेरा ऑस्ट्रेलिया में कुछ वैज्ञानिकों ने एक अनोखे की है। न्यू गिनी के वर्षावनों में यह मेंढक पाया गया है। खास बात यह है कि पेड़ पर रहने वाले मेंढकों की त्वचा आमतौर पर हरी होती है लेकिन इस मेंढक का रंग भूरा है। इसलिए इसे 'चॉकलेट फ्रॉग' नाम दिया गया है। सेंटर फॉर प्लैनेटरी हेल्थ ऐंड फूड सिक्यॉरिटी और क्वींसलैंड म्यूजियम के पॉल ऑलिवर ने ऑस्ट्रेलियन जर्नल ऑफ जूलॉजी में लिखे पेपर में इस मेंढक के बारे में चर्चा की है। ऑस्ट्रेलिया और न्यू गिनी कभी एक-दूसरे से जुड़े हुए थे लेकिन अब न्यू गिनी में वर्षावन ज्यादा हैं और ऑस्ट्रेलिया में सवाना। हरे रंग के पेड़ वाले मेंढक Litoria caerulea उत्तरी और पूर्वी ऑस्ट्रेलिया और न्यू गिनी में पाए जाते हैं। ऑस्ट्रेलियाई वैज्ञानिकों ने 2016 में नई प्रजाति की खोज की और माना गया है कि ये पूरे न्यू गिनी में होंगे। स्टडी के सह-रिसर्चर स्टीव रिचर्ड्स ने बताया है कि ये मेंढक बेहद गर्म और दलदली इलाके में रहते हैं जहां काफी मगरमच्छ होते हैं। इसलिए यहां ज्यादा खोज नहीं की जाती है। इस नई प्रजाति को Litoria Mira नाम दिया गया है जिसका लैटिन में मतलब होता है 'हैरानी भरा'। इसे ऑस्ट्रेलिया में आमतौर पर पाए जाने वाले मेंढक से मिलता-जुलता देखकर हैरानगी के चलते यह नाम दिया गया है। इस क्षेत्र की रिसर्च काफी दिलचस्प है क्योंकि इसमें समझा जाता है कि कैसे ये दोनों क्षेत्र अलग-अलग तरह से विकसित हुए, ये कैसे बढ़े और कैसे घटे। करीब 53-26 लाख साल पहले यहां की प्रजातियां एक दूसरे से जुड़ी थीं।
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