इस्लामाबाद अफगानिस्तान में तालिबान की मदद करने वाली ने अब अंतरराष्ट्रीय सीमा का भी सम्मान करना छोड़ दिया है। पाकिस्तानी सेना के जवान दोनों देशों के बीच मौजूद डूरंड लाइन को पार कर अफगानिस्तान की धरती पर दिखाई दिए हैं। तेजी से वायरल हो रहे एक वीडियो में पाकिस्तानी सेना के जवान तालिबान के नियंत्रण वाले इलाके में आते-जाते दिख रहे हैं। अफगानी धरती पर दिखे पाकिस्तानी सैनिक दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो पाकिस्तान अफगानिस्तान सीमा पर स्थित स्पिन बोल्डक इलाके में हाल में ही रिकॉर्ड किया गया है। इस इलाके में अफगानी धरती पर स्थित नजर सुरक्षा पोस्ट पर पाकिस्तानी जवान तालिबानी लड़ाकों के साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं। हालांकि, पाकिस्तानी सेना ने इस वीडियो को लेकर अभी तक कोई भी बयान जारी नहीं किया है। अफगानिस्तान बॉर्डर पर पाकिस्तानी सेना तैनात तालिबान की बढ़ती ताकत को देखते हुए सरकार ने अफगान सीमा से अर्धसैनिक बलों को हटाकर पाकिस्तानी सेना के जवानों को तैनात कर दिया है। डॉन अखबार ने आतंरिक मामलों के मंत्री शेख रशीद अहमद के हवाले से बताया कि अग्रिम ठिकानों पर फ्रंटियर कांस्टेबुलरी (एफसी), लेविस फोर्स (अर्धसैनिक बल) और अन्य मिलिशिया के स्थान पर पाकिस्तानी सेना के सैनिकों को तैनात किया गया है। सीमा पर बढ़ते तनाव के बाद पाकिस्तान ने लिया फैसला शेख रशीद अहमद ने कहा कि आतंरिक मंत्रालय के तहत कार्यरत एफसी बलूचिस्तान और अन्य मिलिशिया को सीमा पर गश्त के कार्य से वापस बुला लिया गया है। उन्होंने बताया कि अर्धसैनिक बलों को वापस बुलाने के बाद अब नियमित सेना के सैनिक सीमा पर तैनात है। उन्होंने कहा कि यह फैसला सीमा पर तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न होने के मद्देनजर लिया गया है। स्पिन बोल्डक बॉर्डर पर तालिबान का कब्जा अफगान-पाकिस्तान सीमा पर स्थित इस बॉर्डर पर 10 दिन पहले तालिबान लड़ाकों ने कब्जा कर लिया था। बॉर्डर के अफगानिस्तान साइड को स्पिन बोल्डक के नाम से जाना जाता है, जबकि पाकिस्तान की साइड को चमन बॉर्डर कहते हैं। बॉर्डर पर तालिबान का कब्जा होने के बावजूद भी पाकिस्तान ने इसे बंद करने से इनकार कर दिया है। पाकिस्तान का कहना है कि यह महत्वपूर्ण बॉर्डर है, जिससे हर रोज हजारों लोग सीमा को पार करते हैं। अगर इसे बंद किया गया तो लोगों को असुविधा होगी। वहीं, तालिबान ने इस बॉर्डर पर कब्जा करने के बाद अफगानिस्तान के झंडो को हटाकर सफेद झंडे फहरा दिए हैं। अफगानिस्तान के 200 जिलों पर तालिबान का कब्जा अफगानिस्तान के स्वतंत्र प्रशासनिक सुधार और सिविल सेवा आयोग के अध्यक्ष अहमद नादर नादरी ने गुरुवार को कहा कि तालिबान ने हाल में ही कब्जा किए गए जिलों में आवश्यक सरकारी सेवाओं को रोक दिया है। वे इन सामान या सेवाओं को अपने कब्जे वाले इलाकों में लेकर जा रहे हैं। नादरी के अनुसार, तालिबान ने 200 जिलों में 260 सरकारी इमारतों और संपत्तियों को या तो आग लगा दी या नष्ट कर दिया। उन्होंने यह भी बताया कि तालिबान नियंत्रित क्षेत्रों में 13 मिलियन अफगान सामाजिक सेवाओं से वंचित हो गए हैं और तालिबान क्षेत्रों में महिलाओं सहित 50,000 कर्मचारी प्रभावित हुए हैं। इसी बॉर्डर पर तालिबान को मिले थे 3 अरब रुपये कंधार प्रांत के इसी स्पिन बोल्डाक इलाके में बनी सीमा चौकी पर कब्जा करने के बाद तालिबान के हाथ तीन अरब रुपये लगे थे। ये पैसा अफगान सेना छोड़कर भाग गई थी जिस पर अब तालिबान आतंकियों के कब्जा कर लिया था। तालिबान ने एक बयान जारी करके इस पैसे के मिलने की पुष्टि की थी। तालिबान के प्रवक्ता जबिउल्लाह मुजाहिद ने एक बयान जारी करके कहा, 'तालिबान ने सीमा पर कंधार प्रांत में बसे कस्बे वेश पर कब्जा कर लिया है।
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