
क्वीटो इक्वाडोर के राष्ट्रपति ने एक जेल में दो गिरोहों के बीच झड़प में कम से कम 116 लोगों के मारे जाने और 80 अन्य के घायल होने के बाद जेलों में आपात स्थिति की घोषणा कर दी है। 400 से ज्यादा पुलिसकर्मी इसके बाद जेल में दाखिल हुए और हालात को काबू में करने की कोशिश की। अधिकारियों ने बताया कि देश में जेल में खूनखराबे की अब तक की यह सबसे वीभत्स घटना है। अधिकारियों ने बताया कि हिंसा में मारे गए कम से कम पांच लोगों के सिर धड़ से अलग मिले। राष्ट्रपति गुलेर्मो लासो ने बुधवार को आपात स्थिति की घोषणा की, जिससे सरकार को जेलों के भीतर पुलिस तथा सैनिकों को तैनात करने का अधिकार मिल जाएगा। ग्वायाक्विल में लिटोरल जेल में खूनखराबे के एक दिन बाद यह आदेश आया है। अधिकारियों ने अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ तस्करी से जुड़े गिरोहों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है। जेल पर काबू लासो ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जेल में जो भी हुआ वह 'बुरा और दुखद' है। उन्होंने यह भी कहा कि वह इस बारे में स्पष्ट रूप से नहीं कह सकते हैं कि प्राधिकारियों ने जेल पर नियंत्रण फिर से हासिल कर लिया है। उन्होंने कहा, 'यह खेदजनक है कि जेल आपराधिक गिरोहों के वर्चस्व की लड़ाई का मैदान बन गई हैं।' उन्होंने कह कि वह लिटोरल जेल में सामान्य स्थिति बहाल करने और हिंसा को अन्य जेलों तक फैलने से रोकने के लिए 'दृढ़ता' से काम करेंगे। अक्सर होता है गैंगवॉर इससे पहले जुलाई में जेल में हुई हिंसा के दौरान भी 100 से ज्यादा कैदियों की मौत हो गई थी। इसके बाद राष्ट्रपति गिलेर्मो लेस्सो ने इक्वाडोर की जेल प्रणाली में आपाताकाल की घोषणा की थी। बता दें कि इक्वाडोर में गैंगवार अक्सर होता रहता है। पिछले साल दिसंबर महीने में जेलों के अंदर हुई हिंसा में 11 लोगों की मौत हो गई थी और 7 अन्य लोग बुरी तरह से घायल हो गए थे। इक्वाडोर ही नहीं अन्य लैटिन अमेरिकी देशों में भी अक्सर जेलों के अंदर हिंसा होती रहती है। इस तरह की हिंसा के वीडियो अक्सर सोशल मीडिया पर खूब शेयर किए जाते हैं।
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