लंदन ब्रिटिश जीव वैज्ञानिकों ने समुद्र की तलहटी से हर्मिट क्रैब के पूर्वजों की खोज की है। उन्होंने बताया कि कैम्ब्रियन काल में पृथ्वी पर सबसे बड़ी जैव विविधता का विस्फोट हुआ था। इसी में पहली बार सभी आधुनिक जानवरों के पूर्वजों का जन्म हुआ था। इनमें से ही एक था पेनिस फिश। यह जीव वर्तमान में समुद्रों की तलहटी में पाए जाने वाले हर्मिट क्रैब का पूर्वज था। कैम्ब्रियन काल एक भूगर्भिक काल है जो 542 से 488 मिलियन वर्ष पूर्व तक फैला हुआ था। समुद्री कीचड़ में रहते थे ये जीव लाइव साइंस की रिपोर्ट के अनुसार, तकनीकी रूप से इस जीव को प्रियापुलिड्स के नाम से जाना जाता है। इसका नामांकरण पुरुष जननांगों के ग्रीक देवता प्रियापस के नाम पर रखा गया है। ये समुद्री कीड़े 500 मिलियन वर्षों से दुनिया के महासागरों में जीवित हैं। उनके आधुनिक वंशज गहरे पानी के नीचे कीचड़ भरे गड्ढों में बड़े पैमाने पर रहते हैं। कभी-कभी ही मछुआरे इन जीवों तक पहुंच पाते हैं। दूसरे जीवों को बनाते थे अपना शिकार प्री-कैम्ब्रियन काल के कार्बन डेटिंग जीवाश्म बताते हैं कि ये कभी प्राचीन समुद्रों का संकट थे। ये जीव दुनियाभर के समुद्रों में फैले हुए थे। इनके फैलने वाले नुकीले मुंह दूसरे समुद्री जीवों को अपना शिकार बनाते थे। लेकिन, ऐसा नहीं है कि ये कीड़े बिना डरे समुद्र में घूमते रहते थे। ये भी दूसरे शिकारियों के डर से खुले में न रहकर अपने लिए एक सुरक्षित ठिकाना बनाते थे। वैज्ञानिकों को मिले जीवाश्म से खुला रहस्य करंट बायोलॉजी जर्नल में 7 नवंबर को प्रकाशित एक नए अध्ययन में शोधकर्ताओं ने चार प्रियापुलिड जीवाश्मों की खोज के बारे में विस्तार से लिखा है। ये जीवाश्म समुद्री जानवरों के एक लंबे समय से विलुप्त समूह हाइलिथ्स के शंकु के आकार के शरीर में मिले थे। वैज्ञानिकों ने संभावना जताई कि इन पेनिस फिश ने शिकारियों से बचने के लिए इस समुद्री जीव के खोल को अपना घर बनाया था। हर्मिट केकड़ों की तरह बनाते थे घर शोधकर्ताओं का मानना है कि इन पेनिस फिश ने ठीक वैसा ही घर बनाया था, जैसा कि वर्तमान में आधुनिक हर्मिट केकड़े करते हैं। अगर ऐसा है, तो लगता है कि इन पेनिस वॉर्म ने क्रस्टेशियंस से करोड़ों साल पहले "हर्मिट" जीवन शैली का आविष्कार किया था। इंग्लैंड में डरहम विश्वविद्यालय में जीवाश्म विज्ञान के एसोसिएट प्रोफेसर मार्टिन स्मिथ ने बताया कि ये खोल ही पेनिस फिशके घर थे।
from World News in Hindi, दुनिया न्यूज़, International News Headlines in Hindi, दुनिया समाचार, दुनिया खबरें, विश्व समाचार | Navbharat Times https://ift.tt/3kgGsY1
via IFTTT
No comments:
Post a Comment