Sunday 14 November 2021

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मॉस्को बेलारूस ने पोलैंड के साथ जारी विवाद के बीच रूस से परमाणु बम की मांग की है। राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने रूसी मीडिया के साथ एक इंटरव्यू में कहा कि बेलारूस रूस की परमाणु हमला करने में सक्षम को खरीदना चाहता है। लुकाशेंको ने यह भी ऐलान किया कि वह इन मिसाइल सिस्टम को अपने देश के दक्षिण और पश्चिम में तैनात करने की योजना बना रहे हैं। बेलारूस के दक्षिण में यूक्रेन और पश्चिम में पोलैंड है। इन दोनों देशों के साथ रूस और बेलारूस के संबंध बहुत खराब हैं। लुकाशेंको पर राष्ट्रपति चुनाव में धांधली कर जीतने का आरोप है। रूस और बेलारूस के संबंध काफी मजबूत रूस और बेलारूस के संबंध काफी मजबूत हैं। अक्सर इनकी तुलना अमेरिका और ब्रिटेन के संबंधों से की जाती है। यूरोपीय यूनियन ने बेलारूस पर आरोप लगाया है कि वह पोलैंड में अवैध रूप से हजारों प्रवासियों को दाखिल कराने की कोशिश कर रहा है। जिसके बाद पोलैंड ने भी अपनी सीमा पर सेना की तैनाती को बढ़ा दिया है। यूरोपीय यूनियन, अमेरिका और ब्रिटेन ने खुलकर बेलारूस की आलोचना की है। वहीं रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने दावा किया है कि इस विवाद में उनके देश की कोई भूमिका नहीं है। इस्कंदर बैलिस्टिक मिसाइल सिस्टम मांग रहा बेलारूस लुकाशेंको ने नेशनल डिफेंस मैगजीन को बताया कि उन्हें इस्कंदर मोबाइल बैलिस्टिक मिसाइल सिस्टम की जरूरत है। इस मिसाइल सिस्टम की मारक क्षमता 500 किलोमीटर (311 मील) तक है। इस्कंदर मिसाइल अपने साथ पारंपरिक या परमाणु वॉरहेड ले जाने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि मुझे पश्चिम और दक्षिण में कई डिवीजनों की आवश्यकता है, उन्हें वहां तैनात रहने दें। रूस ने बयान पर जवाब देने से किया इनकार लुकाशेंको ने यह नहीं बताया कि उन्होंने इस मिसाइल सिस्टम को पाने के लिए रूस के साथ कोई बातचीत की है या नहीं। रूस के रक्षा मंत्रालय ने इस बयान पर टिप्पणी करने के अनुरोध का तुरंत जवाब नहीं दिया। बेलारूस और रूस औपचारिक रूप से एक 'संघ राज्य' का हिस्सा हैं और एक साथ आगे बढ़ने के लिए वर्षों से बातचीत कर रहे हैं। हाल में ही लुकाशेंको पर उठ रहे चुनावी धांधली को लेकर रूस ने खुलकर उनका साथ दिया था। कितना ताकतवर है इस्कंदर मिसाइल सिस्टम रूस का इस्कंदर मिसाइल सिस्टम में शॉर्ट रेंज बैलिस्टिक मिसाइलें शामिल हैं। इसे साल 2006 में रूसी सेना में कमीशन किया गया था। यह सिस्टम वर्तमान में रूसी सेना, आर्मीनियाई सेना और अल्जीरियाई सेना में कमीशन है। यह मिसाइल 480 से 700 किलोग्राम तक परमाणु और गैर परमाणु वॉरहेड को लेकर जा सकती है। इसकी मिसाइलें मैक 5.9 की स्पीड से उड़ान भर सकती हैं।


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