बीजिंग चीन के राष्ट्रपति जल्द ही तीसरे कार्यकाल के लिए नामित होने वाले हैं। अगले हफ्ते सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के एक महत्वपूर्ण सम्मेलन में 100 साल पुरानी पार्टी के ऐतिहासिक अनुभव के साथ उपलब्धियों पर एक प्रस्ताव पारित किया जा सकता है। इस अवसर पर कम्युनिस्ट पार्टी का आधिकारिक इतिहास को नए ढंग से लिखा गया है। 531 पृष्ठों वाले इस किताब का एक चौथाई से अधिक हिस्सा सिर्फ नौ साल में हुए विकास को समर्पित है। पार्टी की जीवनी लिखने वाले इतिहासकारों ने भी जिनपिंग के रिटायरमेंट का कोई संकेत नहीं दिया है। दशकों में देश में हुए विकास का जश्न मनाने के लिए पूरे चीन में कई प्रदर्शनियों और संग्रहालयों को भी सजाया गया है। चीन में शी जिनपिंग जैसा कोई दूसरा नेता नहीं हाल के दिनों में कोई भी चीनी नेता शी जिनपिंग की तरह चीन के इतिहास में वैसी जगह नहीं बना पाया है। सोमवार को बीजिंग में शुरू होने वाली एक उच्च स्तरीय बैठक में पार्टी के 100 साल के इतिहास का आधिकारिक तौर पर पुनर्मूल्यांकन करने वाला एक संकल्प जारी किया जाएगा। जिसके बाद शी जिनपिंग को जो माओत्से तुंग और देंग शियाओपिंग के बाद चीन का एक युगांतरकारी नेता घोषित किया जा सकता है। यह बैठक 11 नवंबर तक चलेगी। चीन के इतिहास को बदलने की कवायद न्यूजीलैंड में स्थित चीन के इतिहासकार गेरेमी आर बर्मे ने कहा कि यह बैठक कम्युनिस्ट पार्टी और शी जिनपिंग के इर्द-गिर्द चीन के लिए एक नया टाइमस्केप बनाने के बारे में है। पार्टी अतीत के विकास को लेकर भविष्य में उनके लिए और जनाधार बढ़ाना चाहती है। यह वास्तव में पिछले इतिहास के बारे में एक संकल्प नहीं है, बल्कि भविष्य के नेतृत्व के बारे में एक संकल्प है। जिनपिंग को चीन में व्यापक जनसमर्थन 68 साल के शी जिनपिंग इस दशक में चीन के सबसे बड़े नेता बनकर उभरे हैं। उन्होंने देश में फैले भ्रष्टाचार और गरीबी के खिलाफ निर्णायक काम भी किया है। चीन की ताकत को दुनिया के सामने पेश करने के लिए शी जिनपिंग को व्यापक जनसमर्थन भी मिला है। इसके बावजूद पार्टी में उनके खिलाफ काम करने वाले नेता कोरोना वायरस महामारी और अमेरिका के साथ तनावपूर्ण संबंधों को लेकर जिनपिंग पर निशाना साध सकते हैं। जिनपिंग के खिलाफ बोलना भी बनेगा अपराध युगांतकारी नेता घोषित होने के बाद शी जिनपिंग के खिलाफ बयानबाजी को चीन में अपराध की श्रेणी में डाला जा सकता है। ऐसे में उनके खिलाफ उठी हर आवाज को दबा दिया जाएगा। कम्युनिस्ट पार्टी के मुखपत्र पीपुल्स डेली में शी जिनपिंग को हीरो की तरह चित्रित किया जा रहा है। कई लेखों में उन्हें चीन को कोरोना के कहर से बचाने वाला बताया गया है। उन्हें देश को आर्थिक संकट से निकालने और अमेरिका के खिलाफ मजबूती से खड़े रहने को लेकर भी खूब प्रशंसा की गई है। माओ और देंग से हो रही जिनपिंग की तुलना पार्टी की बैठक में पेश होने वाले प्रस्ताव में कहा गया है कि माओ ने देश को दमन के खिलाफ खड़ा करने का नेतृत्व किया, देंग ने समृद्धि लाई, और अब शी राष्ट्र को राष्ट्रीय ताकत के एक नए युग में ले जा रहे हैं। पार्टी के दस्तावेजों में आधुनिक चीन के उदय को स्टेप बॉय स्टेप समझाया गया है। शी जिनपिंग की नीतियों को ऐतिहासिक नियति का गौरव देकर उसे सही ठहराने की कोशिश भी की गई है। फिर से राष्ट्रपति चुने जाएंगे जिनपिंग शी से पहले रहे सभी राष्ट्रपति पांच साल के दो कार्यकाल या 68 साल की आयु होने के अनिवार्य नियम के बाद सेवानिवृत्त हो चुके हैं। हालांकि 2018 में संविधान में हुए एक अहम संशोधन के मद्देनजर शी को तीसरे कार्यकाल के लिए चुने जाने की संभावना है। सीपीसी की अगले साल होने वाली कांग्रेस से पहले पूर्ण सत्र आयोजित किया जा रहा है। कांग्रेस में नये नेता की नियुक्ति हो सकती है। शी को छोड़कर पार्टी के अन्य सभी पदाधिकारी दो कार्यकाल पूरा होने के बाद सेवानिवृत्त हो सकते हैं जिनमें प्रधानमंत्री ली क्विंग भी शामिल हैं।
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