
इस्लामाबाद अफ्रीकी देश कॉन्गो में आधिकारिक ड्यूटी पर तैनात पाकिस्तानी सेना के एक सीनियर कर्नल के ऊपर के कर्मचारियों का इस्लाम में धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगा है। इस्लाम कॉन्गो में अल्पसंख्यक धर्म है। रिपोर्ट्स के मुताबिक कर्नल ने कुछ ईसाई कर्मचारियों से बात कर उनसे इस्लाम कबूल करने को कहा था। इस बात की जानकारी मिलने पर जनरल हेडक्वॉर्टर ने मामले की आंतरिक जांच शुरू कर दी है। 'इस्लाम को प्रमोट कर रहे अधिकारी' जानकारी के मुताबिक कर्नल साकिब मुश्ताकी कॉन्गो में संयुक्त राष्ट्र संगठन के मिशन के लिए डेप्युटी कमांडर के तौर पर तैनात है। 'द क्रॉनिकल्स' में दावा किया गया है कि जब से 1999 में यह संयुक्त राष्ट्र मिशन आया है, पाकिस्तान के अधिकारी 'इस्लाम के अपने ब्रैंड को पूर्वी कॉन्गो में प्रमोट कर रहे हैं।' क्षेत्रीय सरकार के सूत्रों के मताबिक पाकिस्तानी खेमे ने उत्तरी कीवू और इतुरी क्षेत्रों में मस्जिदें भी बनवाई हैं। पहले भी विवादों में रहे पाक अधिकारी यह पहला मौका नहीं है जब संयुक्त राष्ट्र के लिए शांतिदूत के तौर पर काम कर रहे पाकिस्तानी अधिकारी विवादों में घिरे हैं। इससे पहले हैती में 2012 में दो पाकिस्तानी अधिकारियों पर 14 साल के लड़के के यौन शोषण का आरोप लगा था। पाकिस्तानी सैन्य कोर्ट ने दोनों को सेना से बाहर कर एक साल के लिए जेल भेज दिया था। वहीं, संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के राजदूत मुनीर अकरम के खिलाफ उनकी पार्टनर ने घरेलू हिंसा का आरोप लगाया था। हालांकि, वह मामला कोर्ट के बाहर सुलझा लिया गया था। पाकिस्तान के अंदर अल्पसंख्यकों पर अत्याचार गौरतलब है कि यह रिपोर्ट ऐसे वक्त में आ रही है जब पाकिस्तान के अंदर अल्पसंख्यक समुदायों के मानवाधिकार उल्लंघन के आरोपों ने तेजी पकड़ी है। हाल ही में खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक हिंदू मंदिर को भीड़ ने ढहा दिया था। इस मंदिर की मरम्मत होनी थी लेकिन मौलानाओं के नेतृत्व में भीड़ ने एक राजनीतिक पार्टी के समर्थकों के साथ मिलकर पहले इमारत को आग लगाई और फिर ढहा दिया। देश के सुप्रीम कोर्ट ने मामले में स्वत: संज्ञान लिया है और 4 जनवरी तक रिपोर्ट मांगी है।
from World News in Hindi, दुनिया न्यूज़, International News Headlines in Hindi, दुनिया समाचार, दुनिया खबरें, विश्व समाचार | Navbharat Times https://ift.tt/2X1PUTf
via IFTTT
No comments:
Post a Comment