वॉशिंगटन अमेरिका के नए विदेश मंत्री ने कार्यभार संभाल लिया है। उन्होंने ट्रंप प्रशासन में विदेश मंत्री रहे की जगह ली है। बता दें कि माइक पोम्पियो अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के प्रमुख भी रहे हैं। ब्लिंकेन भी 2013 से 2015 तक उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और पूर्व राष्ट्रपति ओबामा के कार्यकाल में 2015 से 2017 तक उप विदेश मंत्री रह चुके हैं। पद संभालते ही पड़ोसी देशों को किया फोन ब्लिंकेन ने अमेरिकी विदेश मंत्रालय का कार्यभार संभालते ही पड़ोसी देशों मेक्सिको, और कनाडा तथा एशिया के अपने दो सहयोगी देशों दक्षिण कोरिया और जापान को फोन किया और अमेरिकी कूटनीति को नई ऊर्जा देने के अभियान की शुरुआत की। हिंद प्रशांत क्षेत्र पर बाइडन प्रशासन की नजर राष्ट्रपति जो बाइडन के लंबे समय से सहयोगी रहे ब्लिंकेन के दक्षिण कोरिया और जापान के अपने समकक्षों को फोन करना इस बात का संकेत है कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र को बाइडन प्रशासन पूरी तवज्जो दे रहा है, जिसकी शुरुआत ओबामा प्रशासन ने की थी और पूर्व के ट्रंप प्रशासन ने इसे मजबूत किया था। अमेरिकी सीनेट से नाम की मंजूरी मिलने के तत्काल बाद मंगलवार को ब्लिंकेन (58) को कैरल जेड पेरेज ने पद की शपथ दिलाई। पेरेज प्रबंधन पर विदेश मंत्रालय की कार्यकारी अवर सचिव हैं। बुधवार को होगा औपचारिक स्वागत बुधवार को ब्लिंकेन का विदेश मंत्रालय में औपचारिक स्वागत किया जाएगा। उन्होंने ट्वीट किया कि हम विश्व में अपने हितों और मूल्यों को आगे बढ़ाने के लिए अमेरिकी कूटनीति को नई ऊर्जा देंगे। उन्होंने कहा कि अमेरिकी नेतृत्व मायने रखता है और हमारे अंदर वह अद्वितीय क्षमता है कि हम अपने सहयोगियों को आज के वक्त की चुनौतियों से निपटने के लिए साथ ला सकें। हम राष्ट्रपति बाइडन की विदेश नीति पर ऐसा दृष्टिकोण जो अमेरिका की सुरक्षा, समृद्धि और मूल्यों को बढ़ावा देता है और जो अमेरिका की जनता के लिए फलदाई है, उन्हें मिल कर लागू करेंगे।
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