
काठमांडू भारत और के बीच पिछले साल सीमाक्षेत्रों पर विवाद को लेकर तनाव की स्थिति कायम रही। हालांकि, कोरोना वायरस की महामारी में भारत ने नेपाल की खुले दिल से मदद की है जिसकी सराहना देश के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली भी कर चुके हैं, जो कभी बेहद तीखे तेवर अपना रहे थे। अब भारत में नेपाल के राजदूत नीलांबर आचार्य ने भी भारत को धन्यवाद देते हुए कहा है कि दोनों देशों को अपने संबंध बरकरार रखने के बारे में सोचना चाहिए, दूसरी चीजों के बारे में नहीं।' कहा है, 'हम कोरोना वायरस वैक्सीन की 10 लाख खुराकें देने के लिए भारत सरकार के आभारी हैं। हमें भरोसा है कि हमें और खुराकें मिलेंगी जिनका हमने ऑर्डर दिया है। हम भारत की सरकार और लोगों को धन्यवाद देते हैं, वे अच्छे पड़ोसी और दोस्त हैं।' आचार्य ने यह भी कहा है कि भारत और नेपाल के करीबी सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और समाजिक संबंध हैं। दोनों देश कई मूल्य साझा करते हैं और एक ही सभ्यता से दोनों देश आए हैं। ओली ने भी की थी तारीफ इससे पहले केपी शर्मा ओली ने ट्वीट कर पीएम मोदी और भारत सरकार को नेपाल को 10 लाख कोविड वैक्सीन की खुराकें देने के लिए धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा है कि भारत ऐसे वक्त में नेपाल की मदद कर रहा है जब वह खुद अपने देश में लोगों को वैक्सिनेट कर रहा है। उन्होंने 'दोस्ताना पड़ोसी' के इस कदम की सराहना की है। कई देशों में मांग भारत अब तक अल्जीरिया, दक्षिण अफ्रीका, भूटान, मालदीव, बांग्लादेश, ब्राजील और नेपाल सहित अन्य देशों में COVID-19 टीके की आपूर्ति कर चुका है। ज्ञात हो कि भारत में कोरोना वायरस के दो टीके बने हैं। विश्व के कई देशों से इन टीकों की आपूर्ति की मांग लगातार हो रही है। भारत में भी तेज गति से कोराना टीकाकरण अभियान जारी है।
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