नई दिल्ली/काबुल अफगानिस्तान टाइम्स में प्रकाशित एक संपादकीय में कहा गया है कि बेशर्म नीति निर्माता और पाकिस्तानी सेना नहीं चाहती कि अफगान अपने घर के अंदर दुश्मन से लड़ें। प्रेसिडेंशियल पैलेस के अधिकारियों का कहना है कि पाकिस्तान ने स्पिन बोल्डक सीमावर्ती जिले में तालिबान लड़ाकों पर किसी भी हमले के खिलाफ अफगान वायु सेना को चेतावनी दी है। इसमें कहा गया है, ‘एक पड़ोसी देश के रूप में हम अफगान के साथ हमेशा सुख और दुख साझा करना चाहते हैं, स्पष्ट रूप से इस तरह के बयान देते हैं। हालांकि यह पहली बार नहीं है कि अफगानों को पड़ोसी देश से इस तरह के शत्रुतापूर्ण संदेश मिलते हैं और इस्लामाबाद को इसकी गतिविधियों के लिए दोषी ठहराया गया है। 1980 के दशक की शुरूआत से अफगानिस्तान की स्थिरता के खिलाफ, लेकिन इस बार बेशर्म नीति निर्माता और पाकिस्तान की सेना चाहती है कि अफगान अपने घर के अंदर दुश्मन से न लड़ें।' संपादकीय में कहा गया है, ‘यह बेशर्मी और दुश्मनी की चरम सीमा है, जिसे पाकिस्तानी सरकार और सेना प्रदर्शित करती है।’ यह कहा गया कि यह स्पष्ट रूप से साबित हुआ कि ‘पाकिस्तान तालिबान का गॉडफादर है और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार और उनके पड़ोस के लोगों के खिलाफ आतंकवादी समूह का पूरा समर्थन करता है।’ अखबार ने कहा, 'अफगानिस्तान में शांति प्रयासों का समर्थन करने के संबंध में पाकिस्तान के आरोपों को सही ठहराने या समर्थन करने के लिए अब न तो अफगानिस्तान के अंदर, न ही अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में कोई भी है।’ यह पाकिस्तान द्वारा अफगानिस्तान में शुरू किया गया एक छद्म युद्ध है और तालिबान आतंकवादी इस्लामाबाद की ओर से और दुर्भाग्य से, अपने ही लोगों के खिलाफ, अपने भाइयों और बहनों के खिलाफ यह युद्ध छेड़ रहे हैं। संपादकीय में आगे कहा गया है कि अफगानिस्तान की सरकार और देश की राजनयिक संस्था को इस बेशर्म चेतावनी का कड़ा जवाब देना चाहिए। उसने कहा, ‘विदेश मंत्रालय को दुनिया के सामने पाकिस्तान के असली चेहरे और इरादे का खुलासा करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय राजनयिक हलकों में इसका पालन करना चाहिए और उन्हें यह विश्वास दिलाना चाहिए कि पाकिस्तान जो अफगानिस्तान के बारे में कहता है वह उसके इरादे के खिलाफ है और वह क्या करता है।’
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