दुबई संयुक्त अरब अमीरात के लिए भारत से जाने वाली फ्लाइटें हफ्तों से रद्द हैं। करीब तीन महीने से लाखों यात्री इंतजार में हैं। कुछ अपने परिवार तो कुछ रोजगार से दूर हैं। अप्रैल में 10 दिन के लिए फ्लाइटें रद्द होने के बाद से समयसीमा बढ़ती ही जा रही है। सबसे ज्यादा चिंताजनक हालात ऐसे लोगों के हैं जिन्हें लौटने के बाद नौकरी ही न बचा पाने का डर है। कोरोना वायरस के चलते फ्लाइट्स बैन हैं और फिलहाल राहत मिलती भी नहीं दिख रही है। नौकरी जाने का डर UAE की नैशनल इमर्जेंसी क्राइसिस ऐंड डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (NCEMA) और जनरल सिविल एविएशन अथॉरिटी (GCAA) ने उड़ानों को 24 अप्रैल को 10 दिन के लिए सस्पेंड किया था। 5 मई को इसे बढ़ा दिया गया जिससे हजारों भारतीय यहीं अटके रह गए। कई लोग परिवारों से दूर हैं, कइयों की सैलरी कट रही है। वहीं कुछ और को डर है कि कहीं नौकरी ही ना चली जाए। कोई साधन नहीं कुछ लोग चार्टर्ड फ्लाइट्स के जरिए पहुंचने में सफल रहे हैं। वहीं, कुछ और लोग 14 दिन दूसरे देशों में बिताने के बाद UAE पहुंचे हैं। हालांकि, इसके बावजूद बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं जिनके पास ऐसा कोई साधन नहीं है। खलीज टाइम्स को कोलकाता के अमिताव ने बताया है कि वह अप्रैल में अपनी मां को देखने आए थे। वह उज्बेकिस्तान के रास्ते लौटने वाले थे लेकिन वहां से भी डेल्टा वेरियंट के चलते उड़ानें बंद कर दी गईं। वीजा खत्म होने का डर केरल के जॉर्ज वकेशन के लिए आए थे और अब यहां फंस गए हैं। उन्होंने बताया है कि बिना काम के पैसे नहीं मिलते लेकिन फ्लैट का किराया, बिजली का बिल, पानी, गैस इंटरनेट जैसी चीजों का किराया देने पड़ता है। इसी तरह सिद्धार्थ बहन की शादी के लिए आए थे। अब उनका परिवार यहीं फंसा है और उनकी नौकरी पर खतरा बना है। ऐसे भी लोग हैं, जो वीजा पर भारत आए थे और उसकी सीमा अब खत्म हो रही है।
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