टेक्सस करीब 20 साल में पहली बार अमेरिका के टेक्सस में इंसानों में '' की बीमारी का दुर्लभ मामला देखा गया है। देश के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ऐंड प्रिवेन्शन (CDC) ने शुक्रवार को इस बारे में जानकारी दी है। जिस मरीज में यह बीमारी पाई गई है वह कुछ दिन पहले ही नाइजीरिया से लौटा है। फिलहाल उसे डैलस के एक अस्पताल में आइसोलेशन में रखा गया है। CDC एयरलाइन और स्थानीय स्वास्थ्य एजेंसियों से कॉन्टैक्ट कर रही है ताकि मरीज के संपर्क में आए दूसरे लोगों के बारे में पता लगाया जा सके। सरकारी अधिकारियों का कहना है कि यह अकेला ही केस है और इसकी वजह से किसी तरह की चिंता या डर की जरूरत नहीं है। साल 2003 में इस वायरस के फैलने से 47 लोग चपेट में आ गए थे। मंकीपॉक्स इंसानों के बीच फैल सकता है लेकिन फिलहाल इसकी संभावना कम है क्योंकि कोरोना वायरस के चलते मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है। मंकीपॉक्स एक दुर्लभ बीमारी होती है जो आमतौर पर मध्य और पश्चिमी अफ्रीका में पाई जाती है। यह वायरस जानवरों में रहता है लेकिन कभी इंसानों में भी आ जाता है। यह फ्लू की तरह असर करता है और फिर चेहरे और शरीर पर रैश हो जाते हैं। यह इन्फेक्शन दो-चार हफ्ते रहता है। यह स्मॉलपॉक्स के वायरस से मिलता-जुलता है लेकिन उससे कम गंभीर बीमारी पदा करता है। इंसानों के बीच यह सांस से निकली बूंदों के साथ फैलता है।
from World News in Hindi, दुनिया न्यूज़, International News Headlines in Hindi, दुनिया समाचार, दुनिया खबरें, विश्व समाचार | Navbharat Times https://ift.tt/3esiW7H
via IFTTT
No comments:
Post a Comment