
दुबई संयुक्त अरब अमीरात का गोल्डन वीजा पिछले कुछ महीने से काफी चर्चा में है। भारत पर यात्रा प्रतिबंधों के बीच केवल गोल्डन वीजा धारक ही यूएई की यात्रा कर पा रहे हैं। इसी साल मई में बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त को यूएई ने गोल्डन वीजा दिया था। 97 लाख की आबादी वाले इस देश में भारतीयों की तादाद करीब 30 फीसदी है। ऐसे में बहुत से लोगों के मन में इस वीजा को पाने की लालसा होती है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि यूएई का गोल्डन वीजा क्या होता है और इसे कैसे हासिल किया जा सकता है? विदेश यात्रा के लिए वीजा की क्या जरूरत? किसी भी देश की यात्रा करने के लिए आपको दो चीजों की आवश्यक्ता होती है। पहला है पासपोर्ट और दूसरा है वीजा। विदेशों में आपका पासपोर्ट आपको एक पहचान मुहैया कराता है। वहीं वीजा एक तरह का अनुमति पत्र होता है, जिससे आपको संबंधित देश में प्रवेश करने की अनुमति मिलती है। नेपाल और भूटान को छोड़कर कोई भी भारतीय किसी भी देश में बिना वीजा के प्रवेश नहीं कर सकता है। वीजा का ही एक प्रकार है गोल्डन वीजा हर देश अलग-अलग तरह के वीजा जारी करते हैं। इनमें बिजनेस वीजा, स्टूडेंट वीजा, टूरिस्ट वीजा तो लगभग कॉमन रहते हैं। इसके अलावा भी हर देश अपनी आवश्यक्ताओं के अनुसार वीजा को अलग-अलग नाम देते हैं। उन्हीं में से एक है यूएई का गोल्डन वीजा। यह वीजा का एक प्रकार है, जो यूएई जाने वाले विदेशी नागरिकों को आम वीजा के इतर कई तरह की सुविधाएं प्रदान करता है। यूएई का गोल्डन वीजा 2019 में लॉन्च हुआ यूएई ने गोल्डन वीजा को पहली बार 21 मई 2019 को लॉन्च किया था। यूएई के उप राष्ट्रपति और दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम ने इस वीजा को जारी करते हुए लिखा था कि हमने निवेशकों, बेहतरीन चिकित्सकों, इंजीनियरों, वैज्ञानिकों और कलाकारों को स्थायी निवास देने के लिए एक नए 'गोल्डन कार्ड' व्यवस्था शुरू की है। उन्होंने तब बताया था कि 100 अरब डॉलर के निवेश वाले 6800 निवेशकों के पहले बैच को 'गोल्डन कार्ड' दिया जाएगा। गोल्डन वीजा धारक कितने साल रह सकते हैं? गोल्डन वीजा को धारण करने वाले लोग यूएई में बिना किसी परेशानी के 10 साल तक निवास कर सकते हैं। 10 साल खत्म होने के बाद वीजाधारक को इसे रिन्यू करवाना पड़ेगा। गोल्डन वीजाधारक आम वीजाधारकों की अपेक्षा यूएई में ज्यादा सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं। जैसे अगर कोई यूएई में बिजनेस करता है और उसके पास गोल्डन वीजा है तो वह बिना किसी स्थानीय व्यक्ति या कंपनी की सहायता के अपनी पत्नी/पति और बच्चों यूएई लेकर जा सकता है। अभी तक इसके लिए स्थानीय स्पॉन्सर की आवश्यकता पड़ती थी। यूएई को गोल्डन वीजा जारी करने की क्या जरूरत कोरोना वायरस के कारण यूएई की अर्थव्यवस्था को झटका लगा है। इसके साथ यूएई का शासन अपने देश में दुनियाभर के प्रतिभाशाली लोगों को बसाना चाहता है। देश में प्रतिभाशाली लोगों को कामकाज के लिए आकर्षित करने की यूएई सरकार की यह नई कोशिश का हिस्सा है। प्रतिभाशाली लोगों को खाड़ी देश में बसाने और राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान के लिए यूएई ने गोल्डन वीजा स्कीम को जारी किया है। यूएई के गोल्डन वीजा से सबसे ज्यादा भारतीयों को लाभ यूएई में रहने वाले प्रवासियों में सबसे ज्यादा संख्या भारतीयों की है। हर साल बड़ी संख्या में भारतीय कामगार, टेक्निशियन, एक्सपर्ट और बिजनेसमैन यूएई में काम करने जाते हैं। गोल्डन वीजा का लाभ कलाकार, खिलाड़ी, पीएचडी डिग्रीधारक, डॉक्टर, कंप्यूटर इंजीनियर, इलेक्ट्रॉनिक्स, प्रोग्रामिंग, बिजली और जैव प्रौद्योगिकी से जुड़े पेशेवर उठा सकते हैं।
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