पेइचिंग दक्षिण चीन सागर में बढ़ते तनाव के बीच ब्रिटिश कैरियर स्ट्राइक ग्रुप (सीएसजी) के युद्धपोतों ने प्रशांत महासागर के एक द्वीप पर लाइव फायर ड्रिल किया है। इस ड्रिल में अमेरिकी नौसेना के एक्सपेडिशनरी स्ट्राइक ग्रुप 7 के जंगी जहाजों ने भी हिस्सा लिया है। इस अभ्यास में ब्रिटिश रॉयल नेवी का विमानवाहक पोत एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ भी शामिल था। ब्रिटिश कैरियर स्ट्राइक ग्रुप इन दिनों सात महीनों के इंडो-पैसिफिक मिशन पर आया हुआ है। एचएमएस डिफेंडर युद्धपोत भी हुआ शामिल ब्रिटिश विध्वंसक युद्धपोत एचएमएस डिफेंडर के कमांडर विंसेंट ओवेन ने कहा कि इस संयुक्त अभ्यास में भाग लेना एक सौभाग्य की बात थी। हमने दिखाया कि कैसे एचएमएस डिफेंडर किसी भी मल्टीनेशनल टास्क ग्रुप में जल्दी और निर्बाध रूप से एकीकृत हो सकता है और प्रभाव डाल सकता है। 23 जून को एचएमएस डिफेंडर को ही क्रीमिया के पास से रूसी युद्धपोतों ने खदेड़ा था। चीन की धमकी के बाद किया युद्धाभ्यास ब्रिटिश कैरियर स्ट्राइक ग्रुप और अमेरिकी एक्सपेडिशनरी स्ट्राइक ग्रुप 7 का यह अभ्यास चीनी राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वू कियान की चेतावनी के बाद आयोजित किया गया है। जिसमें चीन ने कहा था कि दक्षिण चीन सागर के विवादित क्षेत्र से ब्रिटिश कैरियर के गुजरने पर वह भी जवाब देने की ताकत रखता है। चीन ने यह भी कहा था कि वह नौवहन की स्वतंत्रता का सम्मान करता है, लेकिन किसी भी नौसैनिक गतिविधियों का दृढ़ता से विरोध करता है जो विवाद को भड़का सकती हैं। ब्रिटेन ने दिया था करारा जवाब इसके जवाब में ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि स समय, सीएसजी दक्षिण चीन सागर में कानूनी रूप से नेविगेट कर रहा था, जैसा कि इस क्षेत्र से वैश्विक शिपिंग का एक तिहाई हिस्सा गुजरता है। चीन और ब्रिटेन में उइगुरों के मानवाधिकारों का दमन, दक्षिण चीन सागर में दादागिरी, ताइवान पर कब्जे की कोशिश जैसे मुद्दों को लेकर तनाव चरम पर हैं। एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ पर तैनात हैं ये जंगी हथियार एयरक्राफ्ट कैरियर एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ के स्टाइकर समूह में एफ-35बी लाइटनिंग फाइटर जेट के दो स्क्वाड्रन तैनात हैं, जिनकी संख्या 36 है। यह लड़ाकू विमान स्टील्थ तकनीकी से लैस है। इसे दुनिया के सबसे घातक लड़ाकू विमानों में गिना जाता है। इसके अलावा समुद्र में दुश्मन की पनडुब्बियों का पता लगाने के लिए 14 हेलिकाप्टर भी तैनात रहते हैं। इसमें हैवी ट्रांसपोर्ट हेलिकॉप्टर चिनूक, अटैक हेलिकॉप्टर अपाचे भी शामिल हैं। ब्रिटिश एयरक्राफ्ट कैरियर पर 65 विमान तैनात एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ एयरक्राफ्ट कैरियर एक बार में 65 से ज्यादा विमानों को लेकर सफर कर सकता है। इसमें फ्लाइट डेक के नीचे कुल नौ डेक हैं। जिनमें लड़ाकू विमान, हेलिकॉप्टर्स और दूसरे हथियारों को रखा जाता है। इन जहाजों को फ्लाइट डेक पर लाने के लिए एयरक्राफ्ट कैरियर में दो लिफ्ट लगी हुई हैं। इस एयरक्राफ्ट कैरियर के स्ट्राइक ग्रुप में दो टाइप 45 श्रेणी के डिस्ट्रॉयर, दो टाइप 23 फिग्रेट, दो टैंकर और हेलिकॉप्टर्स का बेड़ा शामिल है। माना जा रहा है कि इसके चीन के नजदीक युद्धाभ्यास करने से दोनों देशों के बीच तनाव और गहरा सकता है। हाईटेक रडार हैं इस एयरक्राफ्ट की सबसे बड़ी ताकत 65 हजार टन वजनी यह एयरक्राफ्ट कैरियर 280 मीटर लंबा है। यह एयरक्राफ्ट कैरियर इतना भारी होते हुए भी 59 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से चल सकता है। एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ पर 1600 नौसैनिकों को तैनात किया जा सकता है, जिसमें 250 कमांडो शामिल हैं। इसमें बीई का S1850M लॉन्ग रेंज रडार लगा हुआ है, जो 400 किलोमीटर की दूरी से ही दुश्मनों के जहाजों का पता लगा सकता है। इसमें मीडियम रेंज के लिए Type 997 Artisan radar लगा हुआ है, जो 200 किलोमीटर की दूरी तक एक बार में 900 लक्ष्यों को ट्रैक कर सकता है। इतना ही नहीं, यह 3डी रडार 3 मैक की स्पीड से उड़ने वाले चिड़िया या टेनिस बॉल के आकार के लक्ष्य को भी पहचान सकता है।
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