Wednesday, 25 August 2021

https://ift.tt/36CAGd7

काबुल अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद हजारों की संख्या में अफगान नागरिक रोज देश छोड़ रहे हैं। ऐसे में काबुल एयरपोर्ट के बाहर अब भी हजारों की संख्या में अफगान नागरिक अपने परिवारों के साथ पिछले कई दिनों से डेरा जमाए हुए हैं। इनमें से अधिकतर वे लोग हैं, जिन्होंने किसी न किसी तरीके से अमेरिकी और नाटो सेना की मदद की है। इन लोगों को डर है कि अगर वे अपने देश में रुके रहे तो तालिबान उन्हें ढूंढकर मार डालेगा। नाले के पानी में उतरे अफगानी इस बीच काबुल एयरपोर्ट के बाहर से एक दिल दहलाने वाला वीडियो आया है। यह वीडियो वहां के गंभीर होते हालात को बयां कर रहा है। इसमें सैकड़ों की संख्या में अफगान नागरिक घुटनों तक सीवर के पानी में खड़े होकर अपने कागजात को लहराते हुए दिखाई दे रहे हैं। ये लोग एयरपोर्ट की सुरक्षा में तैनात अमेरिकी सैनिकों से अंदर प्रवेश करने की गुहार भी लगा रहे हैं। अफगानों के लिए एयरपोर्ट का रास्ता बंद इस बीत तालिबान ने काबुल एयरपोर्ट जाने वाले रास्तों को बंद कर दिया है। अब तालिबान के बनाए चेकपॉइंट को केवल विदेशी नागरिक ही पार कर सकेंगे। अफगान लोगों के लिए एयरपोर्ट जाने के रास्तों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने मंगलवार को बताया कि अब केवल विदेशी नागरिक ही काबुल हवाई अड्डे से उड़ान भर सकते हैं। तालिबान की अपील का नहीं दिखा असर तालिबान प्रवक्ता ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि एयरपोर्ट के बाहर इंतजार कर रहे अफगान नागरिक अपने घरों को लौंटे। उन्होंने वादा किया कि इन लोगों कोतालिबान के प्रतिशोध का सामना नहीं करना पड़ेगा। वहीं, इसके ठीक उलट तालिबान लड़ाके बाकायदा सूची बनाकर अपने विरोधी लोगों की तलाश कर रहे हैं। कई ऐसी भी रिपोर्ट आई हैं कि अमेरिका और अफगान सरकार का समर्थन करने वाले लोगों को प्रताड़ित किया गया है। 31 अगस्त तक अमेरिकी सेना की होगी वापसी तालिबान ने 31 अगस्त तक अमेरिकी सैनिकों की वापसी की डेडलाइन को बढ़ाने से इनकार कर दिया है। जिसके बाद जो बाइडन ने भी साफ कहा है कि वे अपनी सेना को इस तारीख तक काबुल एयरपोर्ट से वापस बुला लेंगे। इस समय अफगानिस्तान में 6000 सैनिक तैनात हैं। उधर, फ्रांस, ब्रिटेन और कनाडा जैसे देश अमेरिकी सैनिकों की तैनाती को एक महीने तक और बढ़ाने के लिए बाइडन प्रशासन पर दबाव बनाए हुए हैं। तालिबान ने अमेरिका को दी चेतावनी ब्रिटेन, फ्रांस और अन्य अमेरिकी सहयोगियों ने कहा है कि अपने कर्मियों को निकालने के लिए और समय की आवश्यकता है। उधर, तालिबान के एक प्रवक्ता ने अंजाम भुगतने की चेतावनी देते हुए कहा कि अगर अमेरिका 31 तारीख से आगे सैनिकों को रखता है, तो वह "लाल रेखा" पार कर जाएगा। ऐसे में माना जा रहा है कि अमेरिकी सेना की अफगानिस्तान में तैनाती को लेकर बाइडन प्रशासन उहापोह में है।


from World News in Hindi, दुनिया न्यूज़, International News Headlines in Hindi, दुनिया समाचार, दुनिया खबरें, विश्व समाचार | Navbharat Times https://ift.tt/3knke6b
via IFTTT

No comments:

Post a Comment

https://ift.tt/36CAGd7

रियाद सऊदी अरब के नेतृत्‍व में गठबंधन सेना ने यमन की राजधानी सना में हूती विद्रोहियों के एक शिविर को हवाई हमला करके तबाह कर दिया है। सऊदी...