बीजिंग भारत की अग्नि-5 मिसाइल की टेस्ट को लेकर चीन को मिर्ची लगी हुई है। चीन की सरकारी मीडिया तो पिछले कई दिनों से भारत के मिसाइल टेस्ट को लेकर धमकियां भी दे रही है। कई रिपोर्ट्स में चीन की विनाशकारी मिसाइल और उनकी रेंज का भी जिक्र किया गया है। भारत की अग्नि-5 मिसाइल की रेंज 5000 किलोमीटर तक बताई जा रही है। यह मिसाइल परमाणु हमला करने के अलावा परंपरागत विस्फोटकों को भी लेकर जाने में सक्षम है। लद्दाख समेत पूरे एलएसी पर जारी तनाव को देखते हुए दोनों देश लगातार अपनी मिसाइल ताकत को बढ़ा रहे हैं। आप भी जानिए कि मिसाइल के मामले में कितना ताकतवर है चीन... DF-41 मिसाइल भारत के किसी भी कोने में कर सकती है हमला चीन की डीएफ-17 मिसाइल की रेंज 12000 से 15000 किलोमीटर तक है। यह बीजिंग से फायर करने के बाद भारत के किसी भी ठिकाने पर परमाणु हमला कर सकती है। डोंगफेंग-41 एक चौथी पीढ़ी की सॉलिड फ्यूल से चलने वाली इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल है। इस मिसाइल का संचालन चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी रॉकेट फोर्स के जिम्मे होता है। 21 मीटर लंबी और 2.25 मीटर गोलाई वाली इस मिसाइल को ट्रक माउंटेड लॉन्चर के जरिए कहीं भी पहुंचाया जा सकता है। डीएफ-41 मिसाइल की रफ्तार मैक 25 (30626 किमी/घंटे) की है। डीएफ-31 मिसाइल भी कर सकती है परमाणु हमला चीन की डोंग फेंग 31 मिसाइल की रेंज 7000 से 8000 किलोमीटर तक है। यह मिसाइल परमाणु हमला करने में भी सक्षम है। यह तीसरी पीढ़ी की लंबी दूरी तक मार करने वाली परमाणु मिसाइल है। इसे 1-मेगाटन थर्मोन्यूक्लियर हथियार ले जाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। डीएफ-31 की अधिकतम रफ्तार 8 किलोमीटर प्रति सेकेंड है। इसे मिसाइल साइलो और किसी ट्रक माउंटेड प्लेटफॉर्म से लॉन्च किया जा सकता है। इस मिसाइल की लंबाई 13 मीटर और वजन 42 टन के आसपास है। 2500 किमी तक मार कर सकती है DF-17 मिसाइल चीन की DF-17 मिसाइल 2500 किलोमीटर दूर तक हाइपरसोनिक स्पीड से अपने लक्ष्य को भेद सकती है। इस मिसाइल को पहली बार पिछले साल चीन की स्थापना के 70वें वर्षगांठ के अवसर पर प्रदर्शित किया गया था। यह मिसाइल 15000 किलोग्राम वजनी और 11 मीटर लंबी है, जो पारंपरिक विस्फोटकों के अलावा न्यूक्लियर वॉरहेड को भी लेकर जा सकती है। सरल भाषा में कहें तो यह मिसाइल परमाणु हमला करने में भी सक्षम है। अमेरिका को चीन की DF-17 मिसाइल से है खतरा अमेरिका को चीन की डीएफ-17 हाइपरसोनिक मिसाइल से खतरा है। इस कारण वह अपनी मिसाइल डिफेंस टेक्नोलॉजी को अपग्रेड करने की कोशिशों में जुटा है। यह हाइपरसोनिक मिसाइल लंबी दूरी तक सटीक निशाना लगाने में माहिर है। ऐसे में अगर चीन हमला करता है तो अमेरिका को गुआम या जापान में मौजूद अपने बेस की सुरक्षा के लिए तगड़े इंतजाम करने पड़ेंगे। चीन की DF-17 मिसाइल 2500 किलोमीटर दूर तक हाइपरसोनिक स्पीड से अपने लक्ष्य को भेद सकती है। परमाणु और परंपरागत हथियार ले जाने में सक्षम है DF-26 चीन की DF-26/21 मिसाइल की मारक क्षमता करीब 4 हजार किलोमीटर तक है और इसकी जद में भारत के ज्यादातर शहर आते हैं। चीन ने इसे लद्दाख से मात्र 500 किलोमीटर की दूरी पर तैनात किया है। यह मिसाइल अपनी दोहरी क्षमता के लिए दुनियाभर में कुख्यात है। DF-26 परमाणु और परंपरागत दोनों ही तरह के हथियार ले जाने में सक्षम है। इसकी इसी क्षमता के कारण दुश्मन को यह समझना मुश्किल होगा कि कौन सी मिसाइल परमाणु हथियार लेकर आ रही है। DF-26 को गुआम किलर दिया है नाम DF-26/21 की इसी मारक क्षमता के कारण इसे चीन की 'गुआम किलर' मिसाइल कहा जाता है। गुआम जापान के पास अमेरिका का नेवल बेस है। चीन ने वर्ष 2015 अपनी सैन्य परेड में पहली बार इस मिसाइल को दुनिया के सामने पेश किया था। इस मिसाइल का जिम्मा अब चीनी सेना के रॉकेट फोर्स के पास है। भारत के पास इसके टक्कर की अग्नि-4 और अग्नि-5 मिसाइले हैं। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक चीन के पास करीब 80 DF-26 मिसाइल लॉन्चर हैं जिनमें कुल 80 से 160 मिसाइलें हैं।
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