वॉशिंगटन अगर अंतरिक्ष में हमारी पृथ्वी जैसा कोई दूसरा ग्रह मौजूद है तो नासा को इसे ढूंढ़ना चाहिए। एक दशक में एक बार जारी की जाने वाली रिपोर्ट में यह बात कही गई है। यह रिपोर्ट अगले दशक में खगोल विज्ञान के लिए प्राथमिकताएं निर्धारित करती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पृथ्वी जैसे एक्सोप्लैनेट को खोजने के लिए नासा को एक नया बड़ा और फैंसी स्पेस टेलिस्कोप बनाना चाहिए। Space.com की रिपोर्ट के मुताबिक हर 10 साल में नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज, इंजीनियरिंग और मेडिसिन नासा जैसी सरकारी एजेंसियों को सलाह देती है कि आने वाले दशक में खगोलविदों को किन शोध उद्देश्यों को प्राथमिकता देनी चाहिए। सलाहकारों ने गुरुवार को अपनी नवीनतम रिपोर्ट जारी की। रिपोर्ट में तीन प्रमुख रिसर्च प्राथमिकताओं पर प्रकाश डाला गया है। इन तीन विषयों को प्राथमिकता देने की सिफारिशवैज्ञानिकों को ब्लैक होल और न्यूट्रॉन सितारों की प्रकृति को बेहतर ढंग से समझने, आकाशगंगाएं कैसे बनती और विकसित होती हैं और इसकी जांच करने, अन्य ग्रह प्रणालियों में 'रहने योग्य पृथ्वी जैसी दुनिया' की पहचान करने की सलाह दी गई है। समिति की सह-अध्यक्षता करने वाले वैज्ञानिक फियोना हैरिसन ने कहा कि आने वाले दशकों में हमारे सामने सबसे आश्चर्यजनक वैज्ञानिक अवसर यह संभावना है कि हम किसी अन्य ग्रह पर जीवन पा सकते हैं। 11 बिलियन डॉलर में बनकर तैयार होगा टेलिस्कोपसमिति ने सिफारिश की है कि ऐसे ग्रहों को खोजने के लिए नासा को एक ऐसी दूरबीन का निर्माण करना चाहिए जो हबल स्पेस टेलिस्कोप को बौना कर दे और इन्फ्रारेड, ऑप्टिकल और पराबैंगनी सेंसर से लैस हो। रिपोर्ट्स के मुताबिक टेलिस्कोप के निर्माण में अनुमानित 11 बिलियन डॉलर का खर्च आएगा। माना जा रहा है कि यह 2040 के दशक की शुरुआत में लॉन्च हो सकता है।
from World News in Hindi, दुनिया न्यूज़, International News Headlines in Hindi, दुनिया समाचार, दुनिया खबरें, विश्व समाचार | Navbharat Times https://ift.tt/3wjCmU5
via IFTTT
No comments:
Post a Comment