बीजिंग चीनी नेता राजनीतिक इतिहास जारी करने की तैयारी कर रहे हैं जो राष्ट्रपति शी जिनपिंग के कद को, सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की सर्वाधिक महत्वपूर्ण हस्तियों के बराबर दर्जा देगा। इसके साथ ही जिनपिंग के अगले कार्यकाल के लिए आधार तैयार करेगा। पार्टी की केंद्रीय समिति के करीब 200 सदस्यों की बैठक गुरुवार को पूरी हुई जिसमें कम्युनिस्ट पार्टी की 'अहम उपलब्धियों और ऐतिहासिक अनुभवों' पर विचार किया गया। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) के 100 साल के इतिहास में इस तरह का यह केवल तीसरा बयान होगा। पहली बार ऐसा बयान माओ त्से तुंग के नेतृत्व में वर्ष 1949 में देश की सत्ता पर कब्जा होने के अवसर पर जारी किया गया था। जबकि दूसरी बार तंग श्याओपिंग के लिए जारी किया गया था जिन्होंने चीन को आर्थिक केंद्र में तब्दील कर दिया था। शी के तहत इसी तरह का बयान जारी करना इस बात की पुष्टि करेगा कि उनके पास पर्याप्त शक्ति होगी जिसके जरिये वह दो दशक से चली परंपरा को नजर अंदाज कर सकते हैं। हिंसा और मानवाधिकार उल्लंघन नजरअंदाजपंरपरा के मुताबिक उन्हें पार्टी महासचिव पद से पांच साल का दूसरा कार्यकाल अगले साल समाप्त होने पर पद छोड़ना पड़ता। पार्टी ने शी के राष्ट्रपति बने रहने देने के लिए वर्ष 2018 में कार्यकाल की सीमा हटा दी थी, जो उनके सत्ता में बने रहने की मंशा को इंगित करता है। माना जा रहा है कि ऐतिहासिक भाषण में पार्टी के शासन के अधीन चीन के आर्थिक विकास की उपलब्धि को प्रस्तुत किया जाएगा और बहुत संभव है कि कम्युनिस्ट पार्टी के सत्ता में आने के शुरुआती दशकों में हुई हिंसा और मानवाधिकार उल्लंघन की शिकायतों को नजर अंदाज कर दिया जाएगा। जनसमर्थन और आलोचना के बीच शी जिनपिंग68 साल के शी जिनपिंग इस दशक में चीन के सबसे बड़े नेता बनकर उभरे हैं। उन्होंने देश में फैले भ्रष्टाचार और गरीबी के खिलाफ निर्णायक काम भी किया है। चीन की ताकत को दुनिया के सामने पेश करने के लिए शी जिनपिंग को व्यापक जनसमर्थन भी मिला है। इसके बावजूद पार्टी में उनके खिलाफ काम करने वाले नेता कोरोना वायरस महामारी और अमेरिका के साथ तनावपूर्ण संबंधों को लेकर जिनपिंग पर निशाना साध सकते हैं।
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