Saturday 25 December 2021

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पेरिस ब्रिटेन और अमेरिका के बाद अब फ्रांस में कोरोना वायरस विकराल रूप धारण करता दिख रहा है। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक शनिवार को देश में कोरोना वायरस से संक्रमण के 1,04,611 मामले सामने आए। यह लगातार तीसरा दिन है जब फ्रांस में इतनी बड़ी तादाद में कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए हैं। इन आंकड़ों के बाद अब फ्रांस के प्रधानमंत्री इमैनुअल मैक्रां और उनकी सरकार के अन्‍य मंत्री सोमवार को एक अहम बैठक करने जा रहे हैं। इसमें कोरोना से बचाव के नए उपायों पर चर्चा हो सकती है। फ्रांस के अधिकारी कोरोना के तेजी से प्रसार करने वाले ओमीक्रोन वेरिएंट को लेकर चिंतित हैं। शुक्रवार को स्‍वास्‍थ्‍य अधिकारियों ने वयस्‍कों को टीका लगने के तीन महीने बाद बूस्‍टर डोज देने की सिफारिश कर दी। फ्रांस में कोविड-19 और ओमीक्रोन के मामले बढ़ने के साथ अस्पतालों पर भी दबाव बढ़ता जा रहा है और ज्यादातर ऐसे मरीज हैं जिन्होंने टीके की खुराक नहीं ली थी। क्रिसमस पर अस्पतालों ने मरीजों के परिवारों को मुलाकात करने की अनुमति दी, लेकिन अपने प्रियजनों की फिक्र में लोग उदास नजर आए। ‘टीका खतरनाक नहीं है, यह जीवन चुनने के समान है’ मार्सेली अस्पताल के गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में भर्ती कोविड-19 के मरीज डेविड डेनियल सेबाग (52) को अफसोस है कि उन्होंने टीके की खुराक नहीं ली थी। उन्होंने कहा, ‘टीका खतरनाक नहीं है। यह जीवन चुनने के समान है।’ आईसीयू के मुख्य डॉक्टर जुलियन कार्वेली ने अपनी टीम के साथ मरीजों का उत्साह बढ़ाया कि वे एक और क्रिसमस देख सकते हैं। ओमीक्रोन स्वरूप के कारण बढ़ते मामलों से अस्पतालों के बेड भरते जा रहे हैं और कर्मचारी भी थक चुके हैं। कार्वेली ने कहा, ‘हमें डर है कि आगे हमारे पास पर्याप्त स्थान नहीं होगा।’ फ्रांस के बड़े अस्पतालों में शुमार मार्सेली के ला तिमोने हॉस्पिटल में भी कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ गई है। क्रिसमस की पूर्व संध्या पर अस्पताल के परिसर को सजाया गया और छुट्टियों के बावजूद कार्यरत कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाया गया। अस्पताल ने भी आईसीयू में भर्ती मरीजों के परिजन को उनसे मिलने की अनुमति दी। एमिली खयात हर दिन अपने पति लूडो (41) को देखने अस्पताल जाती हैं जो 24 दिन से कोमा में थे और अब श्वसन मशीनों के सहारे जिंदा हैं। एमिली आईसीयू में अपने पति के बेड पर कुछ देर तक बैठी रहीं और उन्हें ढांढस दिया। फ्रांस में 90 प्रतिशत वयस्कों का टीकाकरण हो चुका है और करीब 40 प्रतिशत को बूस्टर खुराक भी लग चुकी है। ला तिमोने हॉस्पिटल में कोरोना वायरस से संक्रमित जितने मरीज भर्ती हैं, उनमें से ज्यादातर ने टीके की खुराक नहीं ली थी। सेबाग ने कहा, ‘मुझे बहुत अफसोस है। मैंने खुद को इन चीजों में फंसा लिया। मुझे लगता था कि टीका लेना जरूरी नहीं है।’ सेबाग की पत्नी इस्तर ने अपने पति की बीमारी की गंभीरता का जिक्र करते हुए कहा, ‘इस सप्ताह हमारी जिंदगी में कोहराम मच गया...मुझे लगा मैं सबकुछ गंवाने वाली हूं।’ ओमीक्रोन से कई स्वास्थ्यकर्मी प्रभावित हुए हैं सेबाग अब भी संक्रमण मुक्त नहीं हुए हैं और ठीक होने का इंतजार कर रहे हैं। सेबाग ने कहा, ‘अगर मैंने टीके की खुराक ली होती तो शायद आईसीयू में आने की जरूरत नहीं होती।’ दुनिया में ओमीक्रोन स्वरूप के प्रसार के साथ फ्रांस में इन दिनों संक्रमण के सर्वाधिक मामले आ रहे हैं। मार्सेली में आईसीयू के प्रमुख कार्वेली ने कहा, ‘हम बहुत तनाव की स्थिति से गुजर रहे हैं। कुछ ही बेड उपलब्ध हैं। हम यह सब देखते देखते थक चुके हैं। इसके बावजूद काम पर ध्यान केंद्रित करने का सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि पहली बात ये कि ओमीक्रोन से कई स्वास्थ्यकर्मी प्रभावित हुए हैं और वे काम के लिए उपलब्ध नहीं है। वहीं, कुछ कर्मचारी अत्यधिक दबाव के कारण पेशे को अलविदा कह चुके हैं।


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