
लंदन उत्तरी इंग्लैंड में अब तक के सबसे बड़े कनखजूरे या गोजर का जीवाश्म मिला है। यह कनखजूरा कार के आकार का है और सिर से लेकर पूंछ तक 8.9 फुट लंबा है। बताया जा रहा है कि गोजर का यह जीवाश्म 32 करोड़ 60 लाख साल पुराना है। इस Arthropleura को नॉर्थअंबरलैंड के होविक बे समुद्री तट पर पाया गया है। इस नई खोज के बाद यह सबसे लंबा गोजर बन गया है। ये गोजर प्राचीन काल में समुद्री बिच्छू थे। अर्थरोपलेउरा का जीवाश्म सबसे पहले जनवरी 2018 में पाया गया था। यह कनखजूरा होविक बे तट पर एक पत्थर पर गिरकर खुद भी पत्थर जैसा बन गया है। यूनिवर्सिटी ऑफ कैंब्रिज के विशेषज्ञ नील डेविस ने कहा कि यह एक पूरी खोज की तरह से है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से पत्थर गिरा, उससे खुले में दरार दिखने लगी और पूरा जीवाश्म सामने आ गया। गोजर मिलना अपने आप में दुर्लभ मामला डेविस ने कहा कि उनके पीएचडी के एक पूर्व छात्र ने यहां से गुजरते हुए इसे सबसे पहले देखा था। इस जीवाश्म को मई 2018 में पत्थर से निकाला गया। इसके लिए टीम ने सभी तरह की अनुमति ली। डेविस ने कहा, 'यह अविश्वसनीय खोज है लेकिन यह जीवाश्म बहुत बड़ा है और उसे उठाने में 4 लोगों की मदद लेनी पड़ी। इसे जांच के लिए कैंब्रिज लाया गया। जांच टीम ने पाया कि जीवाश्म एक प्राचीन नदी के वहां जमा किए गए तलछट में सुरक्षित था। डेविस ने बताया कि इस तरह का गोजर मिलना अपने आप में दुर्लभ मामला है। उन्होंने कहा कि अभी तक इस जीवाश्म से सिर नहीं मिला है। इस वजह से उनके बारे में हर चीज जानना बहुत कठिन है। इस खोज से यह भी पता चलता है कि ये कनखजूरे तट के पास खुले लकड़ी के इलाके में बड़ी तादाद में मौजूद रह चुके हैं। इस जीवाश्म को नए साल प्रदर्शित किया जा रहा है।
from World News in Hindi, दुनिया न्यूज़, International News Headlines in Hindi, दुनिया समाचार, दुनिया खबरें, विश्व समाचार | Navbharat Times https://ift.tt/3Fisvl2
via IFTTT
No comments:
Post a Comment