
वाशिंगटन नौकरी करने वाले किसी भी शख्स को महीने की पहली तारीख का इंतजार रहता है। पूरे महीने मेहनत से काम करने के बाद यही वह दिन होता है जब अकाउंट में सैलरी आती है। लेकिन एक कर्मचारी ऐसा भी है जो कई सालों तक बिना मेहनत किए कंपनी से सैलरी लेता रहा। शख्स ने एक संस्थान में पांच सालों तक नौकरी की और लगातार प्रमोशन और सैलरी पाता रहा। लेकिन इस दौरान उसने कोई मेहनत नहीं की जिसका खुलासा कर्मचारी ने खुद किया है। एक शख्स ने अपनी पहचान उजागर किए बिना सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म रेडिट पर दावा किया है कि उसने एक कंपनी में बिना काम किए पांच सालों तक सैलरी ली। उसने बताया कि साल 2015 में उसे एक कंपनी में जॉब मिली थी, जहां उसका काम डेटा एंट्री का था। उसे ई-मेल के माध्यम से डेटा मिलता था जिसे सिस्टम में फीड करना होता था। ऑफिस ने उसे वर्क फ्रॉम होम में नाइट शिफ्ट में काम करने के लिए कहा था। कोड बनाने के लिए दे दी दो महीने की सैलरीसोशल मीडिया पोस्ट में उसने खुलासा किया कि जब उसकी ट्रेनिंग शुरू हुई तो उसे समझ आया कि घंटों का यह काम सिर्फ एक कोड की मदद से वह बड़ी आसानी से कर सकता है। उसने यह कोड बनवाने के लिए एक फ्रीलांस डेवलेपर से संपर्क किया। डेवलेपर ने कर्मचारी को कोड तो बनाकर दे दिया लेकिन इसके लिए उसने उसकी दो महीने की सैलरी के बराबर पैसा लिया। इस कोड से उसका काम बेहद आसान हो गया लेकिन करीब दो सालों तक वह काम पूरा होने के बाद इसे चेक करता था। घंटों का काम करता था मिनटों मेंहालांकि घंटों की शिफ्ट में उसे यह काम करने में सिर्फ पांच मिनट लगते थे। जब उसे कोड पर विश्वास हुआ तो वह अपनी शिफ्ट के दौरान कंप्यूटर को चलता छोड़कर सो जाता था या घूमने चला जाता था। कंपनी ने उसके 'बेहतरीन काम' के लिए कई बार प्रमोशन भी दिया और दो बार उसकी सैलरी भी बढ़ा दी। उसने बताया कि बीच में उसे दूसरी जगहों से भी नौकरी के प्रस्ताव आए जिन्हें उसने ठुकरा दिया क्योंकि इस ऑफिस में उसे 'बिना काम किए पैसे मिल रहे थे।' कुछ समय बाद कंपनी ने एक प्रोग्राम डेवलेप किया जिसके बाद उसका पद ही खत्म हो गया। नौकरी खत्म होने के बाद भी कंपनी ने उसे भविष्य में किसी भी दूसरे पद के लिए आवेदन करने का ऑफर दिया है।
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