वॉशिंगटन अमेरिका के राष्ट्रपति पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसलों को लगातार पलट रहे हैं। इसी क्रम में उन्होंने अमेरिकी सेना में काम करने वाले ट्रांसजेंडर सैनिकों पर लगाए गए एक विवादित प्रतिबंध को सोमवार को हटा दिया। बाइडेन के इस कदम का एलजीबीटीक्यू (LGBTQ) वकीलों और कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ऑफिस से भी इस बारे में ट्वीट करके जानकारी दी गई है। पद संभालते ही मिले थे संकेत आपको बता दें कि बाइडेन के कार्यभार संभालने के बाद से ही उनके पेंटागन की इस नीति में बदलाव करने की संभावनाएं बनी थीं। मामले से अवगत एक व्यक्ति ने बताया कि वाइट हाउस सोमवार को इस संबंध में घोषणा कर सकता है। सेवानिवृत्त जनरल लॉयड ऑस्टिन ने अमेरिका के रक्षा मंत्री पद के लिए अपने नाम की पुष्टि के लिए सीनेट के समक्ष पिछले सप्ताह हुई सुनवाई के दौरान इस कदम का समर्थन किया था। अमेरिका की ताकत उसकी विविधता में वाइट हाउस की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, 'राष्ट्रपति जो बाइडेन मानते हैं कि किसी के लैंगिक पहचान को सेना में काम करने का मापदंड नहीं बनाया जाना चाहिए। अमेरिका के सभी योग्य नागरिकों का अपने देश की वर्दी पहनकर सेना में शामिल होना देश और सेना दोनों के लिए बेहतर है क्योंकि एकजुट बल ज्यादा प्रभावी होता है। सीधे शब्दों में कहें तो ये हमारे राष्ट्रीय हित में है। अमेरिका की ताकत उसकी विविधता में है।' ट्रंप के कई फैसले को पलट रहे हैं बाइडेन अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पदभार ग्रहण करते ही डोनाल्ड ट्रंप के फैसलों को पलटने वाले आदेश जारी करने शुरू कर दिए थे। बाइडेन ने बीते बुधवार को एक साथ कई कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर किए। इसमें जहां प्रवासियों को राहत दी गई है, वहीं कई मुस्लिम देशों से यात्रा पर लगाया गया बैन भी हटा लिया गया है। कोरोना के खतरे को देखते हुए जो बाइडेन ने देशभर में मास्क को अनिवार्य कर दिया है। साथ ही मैक्सिको की सीमा पर बन रही बाड़ के पैसे को भी रोक दिया गया है। (एजेंसियों के इनपुट्स के साथ)
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