जकार्ता के सुलावेसी में सोमवार शाम को के दो झटकों से लोगों में दहशत फैल गई। रिक्टर स्केल पर दूसरे भूकंप की तीव्रता 6.2 मापी गई है। यूरोपीय भूमध्य भूकंप केंद्र (ईएमएससी) ने बताया कि इस भूकंप का केंद्र समुद्र में 30 किलोमीटर की गहराई में था। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अभी तक भूकंप से किसी के हताहत होने, घायल होने या इमारत के क्षतिग्रस्त होने की कोई खबर नहीं है। कौन सी घटना को याद कर डरे इंडोनेशियाई जनवरी 2021 में पश्चिम सुलावेसी प्रांत में माजेन रीजेंसी में 6.2-तीव्रता का भूकंप आया था। उस दौरान मकान गिरने और भूकंप जनित दूसरे घटनाओं में करीब 100 लोगों की मौत हुई थी। उस घटना को बीते अभी 5 महीने ही हुए हैं। उतनी ही तीव्रता के भूकंप के झटकों को महसूस कर इंडोनेशिया के लोग काफी डरे हुए हैं। इंडोनेशिया में क्यों आता है भूकंप? इंडोनेशिया, 17,000 से अधिक ज्वालामुखी द्वीपों से बना एक द्वीपसमूह है। यह देशकुख्यात 'रिंग ऑफ फायर' का हिस्सा है। यह क्षेत्र प्रशांत महासागर में भूकंपीय रूप से सक्रिय माना जाता है। इस क्षेत्र में अक्सर शक्तिशाली ज्वालामुखी विस्फोट और भूकंप की घटनाएं होती रहती हैं। समुद्र और धरती की लिथोस्फेरिक प्लेटों के टकराव के कारण यहां भूकंप ज्यादा आते हैं।
from World News in Hindi, दुनिया न्यूज़, International News Headlines in Hindi, दुनिया समाचार, दुनिया खबरें, विश्व समाचार | Navbharat Times https://ift.tt/3x6DJE4
via IFTTT
No comments:
Post a Comment