लंदन एशिया में दुनियाभर की नौसेनाओं की बढ़ती ताकत से बेचैन ब्रिटेन भी अपने दो युद्धपोतों को हमेशा के लिए तैनात करने जा रहा है। ये युद्धपोत हिंद महासागर, दक्षिणी चीन सागर, अदन की खाड़ी समेत पूरे एशिया में गश्त लगाकर ब्रिटिश हितों की रक्षा करेगा। ब्रिटेन ने ऐलान किया है कि क्वीन एलिजाबेथ एयरक्राफ्ट कैरियर के अपने फ्लीट के साथ हिंद महासागर होते हुए जापान जाने के बाद वह एशियाई क्षेत्र में दो युद्धपोतों को स्थायी रूप से तैनात करेगा। जापान के साथ रक्षा संबंध बढ़ा रहा ब्रिटेन हाल के दिनों में ब्रिटेन और जापान के बीच रक्षा संबंधों में तेजी देखी गई है। यही वजह है कि क्वीन एलिजाबेथ एयरक्राफ्ट कैरियर अपने पूरे लाव लश्कर के साथ चीन की नाक के नीचे जापान के साथ युद्धाभ्यास करेगा। ब्रिटेन के रक्षा मंत्री बेन वालेस ने मंगलवार को टोक्यो में अपने जापानी समकक्ष नोबुओ किशी के साथ एक संयुक्त घोषणा में कहा कि कैरियर स्ट्राइक ग्रुप के जापान पहुंचने के बाद यूनाइटेड किंगडम इस साल के अंत से स्थायी रूप से इस क्षेत्र में दो जहाजों को तैनात करेगा। ब्रिटिश रक्षा मंत्री ने चीन को चिढ़ाया ब्रिटिश रक्षा मंत्री ने कहा कि हम जबरदस्ती से यथास्थिति को बदलने के प्रयासों का पुरजोर विरोध करते हैं। हम कानून के शासन के आधार पर एक स्वतंत्र और खुले इंडो पैसिफिक का समर्थन भी करते हैं। माना जा रहा है कि ब्रिटिश रक्षा मंत्री का यह बयान सीधे-सीधे चीन के लिए चुनौती है। चीन लंबे समय से दक्षिण चीन सागर के अधिकतर हिस्सों पर अपना दावा करता है। इतना ही नहीं, वह समुद्र में आर्टिफिशियल द्वीप बनाकर समुद्र के स्वतंत्र परिवहन को भी बाधित करने का प्रयास कर रहा है। दक्षिण चीन सागर से गुजरेगा यह एयरक्राफ्ट कैरियर ब्रिटिश एयरक्राफ्ट कैरियर के जापान के पास पहुंचने पर अमेरिकी नौसेना ने भी खुशी का इजहार किया है। जापान के पास ही अमेरिका के इंडो पैसिफिक फ्लीट का मुख्यालय भी है। बताया जा रहा है कि जापान के रास्ते में यह ब्रिटिश एयरक्राफ्ट कैरियर भारत, सिंगापुर और दक्षिण कोरिया में हॉल्ट करेगा। इसके अलावा यह विवादित साउथ चाइना सी से होकर जापान तक का सफर पूरा करेगा। एयरक्राफ्ट कैरियर पर तैनात हैं ये जंगी हथियार इस स्टाइकर समूह में एफ-35बी लाइटनिंग फाइटर जेट के दो स्क्वाड्रन तैनात हैं, जिनकी संख्या 36 है। यह लड़ाकू विमान स्टील्थ तकनीकी से लैस है। इसे दुनिया के सबसे घातक लड़ाकू विमानों में गिना जाता है। इसके अलावा समुद्र में दुश्मन की पनडुब्बियों का पता लगाने के लिए 14 हेलिकाप्टर भी तैनात रहते हैं। इसमें हैवी ट्रांसपोर्ट हेलिकॉप्टर चिनूक, अटैक हेलिकॉप्टर अपाचे भी शामिल हैं। एयरक्राफ्ट कैरियर एक बार में 65 से ज्यादा विमानों को लेकर सफर कर सकता है। हाईटेक रडार हैं इस एयरक्राफ्ट की सबसे बड़ी ताकत इसमें बीई का S1850M लॉन्ग रेंज रडार लगा हुआ है, जो 400 किलोमीटर की दूरी से ही दुश्मनों के जहाजों का पता लगा सकता है। इसमें मीडियम रेंज के लिए Type 997 Artisan radar लगा हुआ है, जो 200 किलोमीटर की दूरी तक एक बार में 900 लक्ष्यों को ट्रैक कर सकता है। इतना ही नहीं, यह 3डी रडार 3 मैक की स्पीड से उड़ने वाले चिड़िया या टेनिस बॉल के आकार के लक्ष्य को भी पहचान सकता है।
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