इस्लामाबाद चीन और पाकिस्तान के बीच एक विवाद शुरू हो गया है। इस विवाद की वजह बना है पाकिस्तानी सेना का टी-85 टैंक, जिसे पाकिस्तान अपग्रेड करना चाहता है। आमतौर पर चीन और पाकिस्तान बहुत पक्के दोस्त हैं। वैक्सीन से लेकर सड़क निर्माण तक चीन कई मोर्चों पर खुलकर पाकिस्तान का साथ देता है। दोस्ती और हितों के साथ-साथ दोनों देश भारत और अमेरिका जैसे विरोधी भी साझा करते हैं। रेडिएटर को लेकर शुरू हुआ विवादअब दोनों देशों की दो कंपनियों के बीच टैंक के एक खास पार्ट को लेकर व्यापारिक बहस शुरू हो गई है। चीन की China North Industries Group Corporation या Norinco और पाकिस्तान की Heavy Industries Taxila या HIT के बीच टैंक के एक अहम हिस्से रेडिएटर को लेकर यह विवाद शुरू हुआ है। दरअसल पाकिस्तान की कंपनी टैंक को अपग्रेड करने के लिए 200 रेडिएटर चाहती है और शुरुआती चरण में चीनी कंपनी ने 73 रेडिएटर सप्लाई किए हैं। रेडिएटर में बदलाव का टैंक पर होगा बुरा असरएचआईटी रेडिएटर्स को लेकर असंतुष्ट है और इसमें बदलाव चाहती है। वहीं NORINCO ने यह कहते हुए उसकी मांग को ठुकरा दिया है कि रेडिएटर में कोई भी बदलाव इंजन की हीट और उसके पावर सिस्टम को प्रभावित कर सकता है। टैंक में लगने वाले रेडिएटर के ठीक से काम न करने पर यह बेहद गर्म होकर बंद पड़ सकता है। इससे पाकिस्तान सेना को बड़ा नुकसान हो सकता है। पाकिस्तान चीनी कंपनी के साथ एक और सौदे को लेकर बदलाव चाहता है जो 2012 में साइन किया गया था। डील से मुकर गया पाकिस्तानदोनों देशों के बीच यह सौदा 110 के दो बैचों में 220 अल खालिद टैंकों को लेकर था जिन्हें HIT में बनाया जाना था। पाकिस्तान ने 110 टैंकों के बाद अपना विचार बदल दिया और उसने बचे हुए टैंकों की जगह चीन में डिजाइन किए गए और निर्मित आधुनिक वीटी-4 टैंक की मांग की। पाकिस्तान हथियारों के लिए बड़े पैमाने पर चीन पर निर्भर है और इस तरह के विवाद के बाद भी यह जारी रहेगा।
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