Tuesday 31 August 2021

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मॉस्को रूस के अंतरिक्ष यात्रियों ने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) के एक सेगमेंट में नए दरारों की खोज की है। चिंता की बात यह है कि एक वरिष्ठ अंतरिक्ष अधिकारी ने सोमवार को चेतावनी देते हुए बताया कि ये दरारें आने वाले समय में और चौड़ी हो सकती हैं। रॉकेट एंड स्पेस कॉर्पोरेशन Energia के चीफ इंजीनियर Vladimir Solovyov ने RIA न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा कि Zarya मॉड्यूल की कुछ जगहों पर सतही दरारें देखी गई हैं। आईएसएस के पास 2025 तक का समयक्या इन दरारों से हवा लीक हो सकती है? इसे लेकर अधिकारी ने कुछ भी स्पष्ट नहीं किया है। इससे पहले अंतरिक्ष अधिकारी ने कहा था कि आईएसएस के ज्यादातर उपकरण अब पुराने हो चुके हैं। उन्होंने चेतावनी भी दी थी कि 2025 के बाद ये उपकरण टूट सकते हैं जो बेहद भयावह स्थिति होगी। स्पेस स्टेशन हाल ही में कई तरह की घटनाओं से गुजरा है। रूसी अधिकारियों ने पिछले महीने आईएसएस के नियंत्रण से बाहर होने के लिए सॉफ्टवेयर में गड़बड़ और 'मानवीय भूल' को जिम्मेदार ठहराया था। स्पेस स्टेशन पर 2024 तक रहेगा रूसरूस की स्पेस एजेंसी Roscosmos ने पिछले महीने Zvezda सर्विस मॉड्यूल में दबाव में गिरावट की सूचना दी थी। रूसी अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा है कि वह 2024 तक का हिस्सा बनी रहेगी। अंतरिक्ष में वैज्ञानिक प्रयोगों के लिए बनाया गया अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (आईएसएस) पिछले महीने रूस की लापरवाही के चलते कुछ समय के लिए आउट ऑफ कंट्रोल हो गया था। जिसके बाद अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के वैज्ञानिकों ने बड़ी मुश्किल से आईएसएस पर दोबारा नियंत्रण स्थापित किया। बाल-बाल बचा बड़ा हादसायह घटना तब हुई जब रूस की नउका लैब मॉड्यूल आईएसएस से कनेक्ट हो रही थी। इस दौरान मॉड्यूल के जेट थ्रस्टर्स को अनजाने में कुछ घंटों तक ऑन रखा गया। जिससे पूरा अंतरिक्ष स्टेशन ही अपने पथ से भटक गया। नासा ने बताया कि यह दुर्घटना रूस के नउका साइंस माड्यूल के अंतरिक्ष स्टेशन पर कनेक्ट होने के तीन घंटे बाद शुरू हुई। इस दौरान रूसी स्पेस एजेंसी के वैज्ञानिक मॉड्यूल को डॉक किए जाने के बाद कुछ रिकनफिगरेशन का काम कर रहे थे। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी के अधिकारियों ने कहा कि मॉड्यूल के जेट बेवजह फिर से शुरू हो गए, जिससे पूरा स्टेशन पृथ्वी से लगभग 250 मील ऊपर अपनी सामान्य उड़ान की स्थिति से बाहर निकल गया। इस घटना के कारण मिशन फ्लाइट डायरेक्टर को स्पेसक्राफ्ट इमरजेंसी तक का ऐलान करना पड़ा। नासा के अंतरिक्ष स्टेशन कार्यक्रम के प्रबंधक जोएल मोंटालबानो के अनुसार,स्टेशन के इस अप्रत्याशित बहाव का पता स्वचालित ग्राउंड सेंसर के जरिए चला। जिसके बाद नासा के वैज्ञानिकों ने कई अन्य थ्रस्टर्स को शुरू कर आईएसएस को फिर से उसकी कक्षा पर लेकर आए।


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