Thursday 30 September 2021

https://ift.tt/36CAGd7

पेरिस फ्रांस ने इस्‍लामिक कट्टरपंथ के खिलाफ कड़ा ऐक्‍शन लेते हुए एक साल के अंदर 30 मस्जिदों को बंद कर दिया है। फ्रांस के गृहमंत्री गेराल्‍ड डारमानिन ने बताया कि 89 मस्जिदों का निरीक्षण किया गया था और इनमें से एक तिहाई को बंद कर दिया गया है। फ्रांस में विवादित मस्जिदों को बंद करने का अभियान नवंबर 2020 में शुरू हुआ। इससे पहले गेराल्‍ड ने कहा था कि 'अलगाववाद विरोधी कानून' को लागू करने से पहले अतिवादियों को शरण देने वाली 650 जगहों को बंद कर दिया गया था। यही नहीं फ्रांसीसी पुलिस ने देश में 24000 जगहों की जांच की थी। तुर्की की न्‍यूज एजेंसी अनाडोलू के मुताबिक गेराल्‍ड ने ताजा बयान में जोर देकर कहा कि कट्टरपंथ को बढ़ावा 89 मस्जिदों की नवंबर 2020 से जांच की गई थी और अब उनमें से एक तिहाई को बंद कर दिया गया है। उन्‍होंने कहा कि वह देश के विभिन्‍न इलाकों में स्थित 6 और मस्जिदों को बंद करने पर विचार कर रहे हैं। 'इयूप सुल्‍तान' मस्जिद के निर्माण का विरोध फ्रांसीसी गृहमंत्री ने बताया कि उन्‍होंने 'इयूप सुल्‍तान' मस्जिद के निर्माण का विरोध किया है। हालांकि स्‍थानीय प्राधिकरण से मस्जिद को बनाने की अनुमति मिली हुई है। उन्‍होंने कहा कि 'राजनीतिक इस्‍लाम' को बढ़ावा देने वाले 5 मुस्लिम संघों को बंद कर दिया गया है। उन्‍होंने कहा कि अलगाववाद रोधी कानून उन्‍हें इससे ज्‍यादा करने की भी अनुमति देता है। उन्‍होंने कहा कि कुल 10 संघों को बंद किया जाना है। उन्‍होंने कहा कि 205 संघों के बैंक खातों को बंद किया गया है और दो इमामों को देश से बाहर निकाला गया है। गेराल्‍ड ने कहा, 'हम उन लोगों में आतंक भरना चाहते हैं जो हमारे खिलाफ आतंक फैलाना चाहते हैं।' उन्‍होंने कहा कि विदेशी धार्मिक अधिकारी वर्ष 2023 से फ्रांस में नहीं आ सकेंगे। यही नहीं जो विदेशी धार्मिक अधिकारी पहले से यहां पर हैं, उनके निवास परमिट को बढ़ाया नहीं जाएगा। कट्टरपंथियों पर लगाम कसने के लिए कई बेहद कड़े प्रावधान फ्रांसीसी गृहमंत्री ने कहा कि नशीले पदार्थों की तस्‍करी और घरेलू हिंसा के आरोपी लोगों का भी निवास परमिट नहीं बढ़ाया जाएगा। यही नहीं फ्रांस ने अल्‍जीरिया, ट्यूनिशिया और मोरक्‍कों के लोगों के लिए वीजा की संख्‍या बहुत सीमित कर दी है ताकि जिन लोगों को फ्रांस ने वापस भेजा है, उनको वे आसानी से अपने यहां वापस ले लें। इससे पहले फ्रांस में शीर्ष संवैधानिक प्राधिकरण ने अलगाववाद विरोधी कानून को स्‍वीकृति दे दी थी। इस बिल को नैशनल असेंबली ने पारित किया था। इस बिल में कट्टरपंथियों पर लगाम कसने के लिए कई बेहद कड़े प्रावधान किए गए हैं।


from World News in Hindi, दुनिया न्यूज़, International News Headlines in Hindi, दुनिया समाचार, दुनिया खबरें, विश्व समाचार | Navbharat Times https://ift.tt/3kUUb7E
via IFTTT

No comments:

Post a Comment

https://ift.tt/36CAGd7

रियाद सऊदी अरब के नेतृत्‍व में गठबंधन सेना ने यमन की राजधानी सना में हूती विद्रोहियों के एक शिविर को हवाई हमला करके तबाह कर दिया है। सऊदी...