
तेल अवीव इजरायल के मशहूर कुमरान गुफाओं में मिली हस्तलिखित पांडुलिपियों का रहस्य सुलझाने का दावा किया गया है। हजारों साल पुरानी इन हस्तलिखित पांडुलिपियों की खोज 1947 में बकरी ढूंढने निकले एक गडरिए ने की थी। इस प्राचीन यहूदी और हिब्रू धार्मिक पांडुलिपियों को मानव आबादी से दूर कुमरान के प्राकृतिक गुफाओं में रखा गया था। इन पांडुलिपियों को के नाम से भी जाना जाता है। वैज्ञानिक आजतक यह पता नहीं कर सके थे कि आखिर ये इस वीरान और सुनसान जगह कैसे पहुंची। हस्तलिखित पांडुलिपियों का रहस्य सुलझा अब एक दस्तावेज के हवाले से दावा किया गया है कि प्राचीन पांडुलिपियों को मृत सागर के पास रखने की पहली को सुलझा लिया गया है। इस दस्तावेज में यह भी बताया गया है कि क्यों यहूदी और हिब्रू पांडुलिपियों को मानव आबादी से इतनी दूर सुनसान जगह पर रखा गया था। यह दस्तावेज भी एक हजार साल पुराना बताया जा रहा है, जिसे मिस्र की राजधानी काहिरा में रखा गया है। जर्नल में प्रकाशित हुई कुमरान गुफाओं पर की गई स्टडी रिलीजन्स नाम के जर्नल में प्रकाशित एक लेख में बताया गया है कि इस साल की शुरुआत में इजरायली नेगेव के बेन-गुरियन विश्वविद्यालय के एक पुरातत्वविद् डैनियल वैनस्टब ने इस रहस्य को सुलझाया है। उन्होंने बताया कि कुमरान वह स्थान हो सकता है, जहां रहस्यमय यहूदी एसेन्स के एक बड़े सालाना समारोह की मेजबानी की गई थी। कुमरान में होती थीं सालाना धार्मिक सभा इस रहस्यमय समारोह में यहूदी धर्म के लोग इजरायल के शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में शामिल होते थे। इस समारोह को कन्वेंट या रिनिवल के नाम से भी जाना जाता था। इस स्टडी में यह बताया गया है कि कुमरान का निर्माण भी इसी समारोह का आयोजन करने के लिए किया गया था। मृत सागर स्क्राल के कुछ हिस्सों में इसी तरह के समारोह का उल्लेख किया गया है। यहूदी कैलेंडर के तीसरे महीने में होता था आयोजन लाइव साइंस को दिए हाल के इंटरव्यू में वैनस्टब ने कहा कि यह सभा यहूदी कैलेंडर के तीसरे महीने में आयोजित की गई थी। इसे सिवन कहा जाता था, जो वर्तमान के मई या जून महीने में पड़ती थी। यह समारोह बहुत ही सुव्यवस्थित और बड़े स्तर पर आयोजित किया जाता था। इस समारोह को लेकर विस्तृत और स्पष्ट नियम भी बनाए गए थे। वैंस्टब ने अपने अध्ययन में यह भी बताया है कि कुमरान इस सालाना समारोह का स्थान था जो दमिश्क दस्तावेज या दमिश्क वाचा में लिखे गए धार्मिक समुदाय के नियमों के एक संस्करण पर आधारित था।
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