
जिनेवाविश्व स्वास्थ्य संगठन ने सोमवार को चेतावनी दी है कि कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रोन से संबंधित जोखिम 'बहुत अधिक' है। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि बी.1.1.529 स्ट्रेन, जो पहली बार दक्षिण अफ्रीका में पाया गया था, 'बहुत अलग' है और इसके अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत तेजी से फैलने की संभावना है और संभवतः इसके 'गंभीर परिणाम' हो सकते हैं। ओमीक्रोन में कई स्पाइक म्यूटेशन हैं जो यूरोप और अब ब्रिटेन में तेजी से फैल रहा है। डब्ल्यूएचओ का यह बयान चिंताजनक है, जिसमें कहा गया है कि ओमीक्रोन से संबंधित समग्र वैश्विक जोखिम का आकलन बहुत अधिक है। यूरोप के बाद ओमीक्रोन अब ब्रिटेन में अपने पैर पसार रहा है। स्कॉटलैंड में ओमीक्रोन के छह मामले सामने आए हैं जिससे ब्रिटेन में इसके कुल मामले बढ़कर अब नौ हो गए हैं। इससे पहले ब्रिटेन में ओमीक्रोन के तीन मामले सामने आए थे। स्कॉटलैंड सरकार ने बताया कि चार मामले लनार्कशायर में और दो ग्रेटर ग्लासगो और क्लाइड क्षेत्र में सामने आए हैं। 'कुछ भी कहना अभी जल्दबाजी'स्कॉटलैंड के उप प्रथम मंत्री जॉन स्वीनी ने कहा, 'कुछ मामलों में, हम जानते हैं कि उनमें कोई यात्रा इतिहास शामिल नहीं है। तो इससे हमें पता चलता है कि वायरस के इस विशेष स्वरूप का कुछ सामुदायिक संचरण हुआ है।' उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि यह कहना अभी जल्दबाजी होगी कि क्या इस नए स्वरूप के खिलाफ और भी कड़े सामाजिक दूरी के मानदंडों की आवश्यकता है जिसके संभावित रूप से अत्यधिक संक्रामक होने की आशंका है। ब्रिटेन ने 'रेड लिस्ट' में शामिल किए अफ्रीकी देशउन्होंने साथ ही यह भी कहा कि वर्तमान टीकों के प्रति इसकी प्रतिक्रिया का अभी पता लगाया जाना बाकी है। ओमीक्रोन का सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में पता चला था और इसके मामले बाद में ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, इजरायल और हांगकांग सहित दुनिया भर के देशों में सामने आए थे। ब्रिटेन ने दक्षिणी अफ्रीका के दस देशों को ब्रिटेन की यात्रा प्रतिबंध 'लाल सूची' में जोड़ा है और मंगलवार से ब्रिटेन आने वाले सभी विदेशी यात्रियों को पीसीआर जांच कराने की आवश्यकता होगी।
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