Tuesday 9 November 2021

https://ift.tt/36CAGd7

ओटावा जलवायु परिवर्तन एक गंभीर समस्या है जिसका असर पूरी दुनिया पर पड़ रहा है। अब इसके दुष्परिणाम दिखने लगे हैं। दावा किया जा रहा है कि कनाडा में मिली है। महिला ने सांस लेने में तकलीफ के बारे में जानकारी दी है। डॉक्टरों ने बताया कि इसके लिए लू और हवा की खराब गुणवत्ता जिम्मेदार हो सकती है। कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया की रहने वाली महिला अस्थमा से जूझ रही है। महिला के स्वास्थ्य को लेकर जलवायु परिवर्तन को जिम्मेदार इसलिए ठहराया जा रहा है क्योंकि कंसल्टिंग डॉक्टर केली मैरिट ने 10 साल में पहली बार किसी मरीज के डायग्नोसिस में 'जलवायु परिवर्तन' शब्द का इस्तेमाल किया है। कनाडा के अखबार ‘टाइम्स कॉलमनिस्ट’ ने अपनी रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी। जहां एक तरफ कई देश कोरोना की मार झेल रहे हैं वहीं कनाडा बीते कुछ महीनों से प्रकृति के प्रकोप का भी सामना कर रहा है। जंगल की आग ने घोंटा लोगों का दमजून में कनाडा के लोगों को अब तक की सबसे खराब हीटवेव का सामना करना पड़ा। जिसके चलते जंगलों में आग लगी और धुएं से हवा की गुणवत्ता खराब होती चली गई। 70 साल से अधिक उम्र की महिला भी उस स्थिति का शिकार बनी और अब अस्थमा से जूझ रही है। डॉक्टर का कहना है कि महिला हाइड्रेटेड रहने की कोशिश कर रही है क्योंकि गर्मी और लू का उसकी सेहत पर नकारात्मक असर पड़ा है। सिर्फ लक्षणों का इलाज समस्या का समाधान नहींउन्होंने कहा कि मरीज के लक्षण का इलाज करना समाधान नहीं है। हमें इसके पीछे छिपे कारणों की पहचान करने और उन्हें हल करने की जरूरत है। ब्रिटिश कोलंबिया में जून में गर्मी से 500 लोगों की मौत हो गई थी। लू की चपेट में आने से अमेरिका में भी सैकड़ों लोगों ने जान गंवा दी थी। एक ओर दुनिया के कई देश जलवायु परिवर्तन को लेकर एकजुट होने की अपील कर रहे हैं। ऐसे में महिला का मामला इसकी गंभीरता को दिखाता है।


from World News in Hindi, दुनिया न्यूज़, International News Headlines in Hindi, दुनिया समाचार, दुनिया खबरें, विश्व समाचार | Navbharat Times https://ift.tt/3klpx6F
via IFTTT

No comments:

Post a Comment

https://ift.tt/36CAGd7

रियाद सऊदी अरब के नेतृत्‍व में गठबंधन सेना ने यमन की राजधानी सना में हूती विद्रोहियों के एक शिविर को हवाई हमला करके तबाह कर दिया है। सऊदी...