पेरिस ग्लोबल वार्मिंग के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए फ्रांस इसकी रोकथाम के लिए बड़ा प्रयास करने की तैयारी में है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने घोषणा की है कि ‘ग्लोबल वार्मिंग’ के लिए जिम्मेदार उत्सर्जन को कम करने के अपने वादों को पूरा करने के प्रयासों के तहत फ्रांस अपने नए परमाणु रिएक्टर का निर्माण शुरू करेगा। ईंधन की कीमतों में हालिया बढ़ोतरी और रूस सहित वैश्विक गैस और तेल उत्पादकों पर महाद्वीप की निर्भरता को लेकर यूरोप में चिंताओं के बीच फ्रांस के राष्ट्रपति ने ग्लासगो में जलवायु परिवर्तन के खिलाफ प्रयासों को कैसे तेज किया जाए विषय पर जलवायु वार्ताकारों के रूप में चर्चा के दौरान यह घोषणा की। मैक्रों ने मंगलवार को टेलीविजन पर प्रसारित अपने संबोधन में कहा, ‘फ्रांस की ईंधन स्वतंत्रता, देश में बिजली आपूर्ति की गारंटी और विशेष रूप से 2050 तक शून्य कार्बन उत्सर्जन के अपने लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए हम दशक में पहली बार अपने देश में पुन: परमाणु रिएक्टर का निर्माण करेंगे और अक्षय ऊर्जा का निर्माण जारी रखेंगे।’ हालांकि उन्होंने योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी। फ्रांस किसी भी अन्य देश की तुलना में परमाणु ऊर्जा पर अधिक निर्भर है, लेकिन इसके रिएक्टर पुराने होते जा रहे हैं और नवीनतम पीढ़ी के रिएक्टर तैयार होने में वक्त है।
from World News in Hindi, दुनिया न्यूज़, International News Headlines in Hindi, दुनिया समाचार, दुनिया खबरें, विश्व समाचार | Navbharat Times https://ift.tt/31Ot6fp
via IFTTT
No comments:
Post a Comment